राजा का कर्तव्य प्रजा की रक्षा करना है और वो अपना कर्तव्य निभाएगा : मोहन भागवत

IANS | April 26, 2025 7:00 PM

नई दिल्ली, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत शनिवार को नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री संग्रहालय में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ सदस्य स्वामी विज्ञानानंद लिखित 'द हिंदू मेनिफेस्टो' नामक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पुस्तक में बताई गई बातों को आज के समय के लिए जरूरी बताया।

पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में मुस्लिमों ने काली पट्टी बांधकर पढ़ी जुमे की नमाज

IANS | April 25, 2025 4:07 PM

नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है। हर कोई आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस बीच, शुक्रवार को दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में जुमे की नमाज के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। साथ ही उन्होंने सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

काशी का लोलार्क कुंड, जहां नि:संतान दंपतियों की भरती है गोद, चर्म रोग से मिलती है मुक्ति

IANS | April 21, 2025 4:03 PM

वाराणसी, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। “काश्यां हि काशते काशी सर्वप्रकाशिका…” शिवनगरी कहें या धर्म नगरी, काशी अपनी अल्हड़ता और खूबसूरती से लोगों को मोहित करती आई है। ऐसा ही हैरत में डालने वाला और मोहित करने वाला एक चमत्कारी कुंड है... लोलार्क कुंड। इस कुंड की महिमा अपरंपार है, जहां संतान के लिए तरस रही सूनी गोद तो भरती ही है, साथ ही चर्म रोग से मुक्ति भी मिलती है।

माता सीता के शोक को हरने वाला 'अशोक' खास, इसमें है महिलाओं की कई समस्याओं का समाधान

IANS | April 21, 2025 11:51 AM

नई दिल्ली, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। "तरु अशोक मम करहूं अशोका..." माता सीता कहती हैं “अशोक वृक्ष ने मेरी विरह वेदना को दूर किया, इसलिए मैं इसका सम्मान करती हूं।” माता सीता की विरह वेदना को दूर करने वाले अशोक के वृक्ष के पास महिलाओं की हर समस्या का समाधान है। अशोक की पत्तियों, छाल से कई बीमारियों का इलाज किया जाता है।

‘श्री गुरु चरण सरोज रज’ से ही क्यों शुरू होती है हनुमान चालीसा, कभी सोचा है?

IANS | April 20, 2025 3:42 PM

नई दिल्ली, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रीगुरु चरण सरोज रज... रोग, कष्ट या संकट इनसे पार पाने के लिए लोग चिरंजीवी श्रीराम दूत हनुमान जी की शरण में ही जाते हैं। उनको झट से प्रसन्न करना हो या विपदा टालनी हो, हनुमान चालीसा से बढ़कर भला क्या हो सकता है। लेकिन हनुमान चालीसा के बारे में भी एक रोचक तथ्य है, जो आपको शायद नहीं पता होगा।

मोक्ष नगरी का पिशाच मोचन कुंड, जहां भटकती आत्माओं को मिलती है मुक्ति

IANS | April 18, 2025 2:48 PM

वाराणसी, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। “नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि...” गीता में श्रीकृष्ण बताते हैं कि आत्मा अजर है, अमर है। लेकिन अकाल मृत्यु होने वाले इंसान की आत्मा वर्षों भटकती रहती है। बाबा श्री काशी विश्वनाथ के त्रिशूल पर टिकी नगरी में भटकती आत्मा को भी मोक्ष मिल जाता है। जी हां! गरुण पुराण के काशी खंड में पिशाच मोचन कुंड का उल्लेख मिलता है, जहां पितरों को प्रेत बाधा और अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है। यहां पर आत्माओं का उधार भी चुकाया जाता है।

गुड फ्राइडे हमें दयालुता, करुणा और हमेशा उदार हृदय रखने की प्रेरणा देता है : पीएम मोदी

IANS | April 18, 2025 9:09 AM

नई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। आज गुड फ्राइडे है। गुड फ्राइडे ईसाई धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शांति, करुणा और भाईचारे का संदेश दिया।

काशी का नाग कूप, पाताल लोक से है सीधा कनेक्शन, पूजन से दूर होते हैं कालसर्प-वास्तु दोष

IANS | April 17, 2025 12:57 PM

वाराणसी, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। “गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌…” रावण की रचना ‘शिव तांडव’ में भोलेनाथ के अद्वितीय रूप का वर्णन है। बाबा अपने गले में सर्पों का हार पहने हैं... जहां-जहां भोलेनाथ, वहां-वहां उनके परम भक्त नाग देव। ऐसे में भला शिव की निराली नगरी काशी की बात कैसे न की जाए। जहां एक तरफ संकरी गलियों में सहजता से चलते सांड मिल जाएंगे, तो वहीं दूसरी ओर धर्मनगरी में स्थित है नाग कूप, जिसका द्वार सीधा नागलोक में खुलता है।

शिव की काशी पर मोहित हो गई थीं 64 योगिनियां, यहीं बस गईं, अब चौसट्टी देवी के रूप में होती है पूजा

IANS | April 16, 2025 1:25 PM

वाराणसी, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। “देखी तुमरी काशी, जहां विराजैं विश्वनाथ विश्वेश्वरजी अविनाशी…” हिंदी साहित्यकार भारतेन्दू हरिश्चंद्र की यह कविता काशी की सुंदरता का उल्लेख करती है। इसी सुंदरता और निरालेपन को देखने के लिए हर साल 10 करोड़ से ज्यादा पर्यटक शिवनगरी पहुंचते हैं। धार्मिक ग्रंथ बताते हैं कि 64 योगिनियां भी काशी आई थीं। मगर, उन्हें यह नगरी इतनी प्रिय लगी कि वे यहीं पर रह गईं। माता की चौसट्टी देवी के रूप में पूजा होती है।

सतुआ संक्रांति: सत्तू के दान से प्रसन्न होते हैं देव, तृप्त होते हैं पूर्वज

IANS | April 14, 2025 12:18 PM

नई दिल्ली, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। सतुआन या सतुआ संक्रांति हिंदू धर्म में वह दिन है, जब घड़ा, पंखा, सत्तू और ठंडे फलों को दान कर लोग ढेरों पुण्य कमाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन दान करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और पूर्वजों की आत्मा तृप्त होती है।