महादेव का अद्भुत संसार, जहां शिवलिंग का समुद्र करता है जलाभिषेक, एक ऐसा भी मंदिर जहां बिना सागर की इजाजत के नहीं कर सकते दर्शन

IANS | July 17, 2025 8:54 AM

नई दिल्ली, 17 जुलाई (आईएएनएस)। देवों के देव महादेव का संसार बड़ा निराला है। देश के हर कोने में स्थित महादेव के ज्योतिर्लिंग के साथ ही महादेव के कई ऐसे शिवलिंग भी हैं, जिनके चमत्कार के बारे में जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। ऐसे में गुजरात में महादेव का एक ऐसा धाम है, जहां समुद्र के किनारे चट्टान के नीचे 5 शिवलिंग विराजमान हैं और अरब सागर इन शिवलिंग का लगातार अभिषेक करता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इन शिवलिंग को पांडवों ने स्थापित किया था।

भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा एक दिन के लिए स्थगित

IANS | July 17, 2025 8:17 AM

जम्मू, 17 जुलाई (आईएएनएस)। जम्मू और कश्मीर सूचना विभाग ने घोषणा की है कि पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा गुरुवार को पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों से स्थगित कर दी गई है।

महादेव का ऐसा धाम जहां पूजा में तुलसी दल वर्जित नहीं, यहां विराजते हैं ज्योतिर्लिंगों के राजा

IANS | July 16, 2025 9:01 AM

नई दिल्ली, 16 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का पावन महीना चल रहा है। ऐसे में देवों के देव महादेव का आशीर्वाद पाने के लिए शिवालयों में भक्तों की रोज लंबी कतार लग रही है। वहीं, शिव के प्रमुख धाम जिन्हें ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजा जाता है, यहां पहुंचने वाले शिवभक्तों की संख्या में भी खासी वृद्धि देखी जा रही है।

कर्क संक्रांति पर दक्षिणायन की शुरुआत, सूर्य को अर्घ्य देने से होगा लाभ

IANS | July 15, 2025 9:15 AM

नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)। बुधवार के दिन सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इसी घटना को कर्क संक्रांति कहा जाता है, और यह दक्षिणायन की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। अगले छह महीने तक सूर्य दक्षिणी गोलार्ध की ओर यात्रा करेंगे। इस दिन सूर्य और विष्णु भगवान की पूजा का प्रावधान होता है।

मधुश्रावणी: पति की लंबी उम्र के लिए मिथिलांचल की नवविवाहिता करती हैं महादेव का पूजन, महिला पुरोहित करवाती हैं पूजा

IANS | July 15, 2025 8:52 AM

नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)। महादेव की कृपा पाने का सबसे खास महीना श्रावण है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह महीना भोलेनाथ को बेहद प्यारा है। श्रावण के इस महीने में महादेव का जलाभिषेक हो या फिर सोमवार का व्रत, इसको बेहद खास माना गया है। ऐसे में इस सावन के महीने में महादेव की कृपा पाने के लिए शिवालयों में जहां एक तरफ भक्तों की भीड़ लगी रहती है, वहीं तपस्वी और साधु इस पूरे महीने पवित्र नदियों के किनारे वास कर हठयोग तक करते हैं। इस सबके बीच बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में इस महीने में नवविवाहिता अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए मधुश्रावणी का व्रत रखती हैं।

अबू धाबी का बीएपीएस हिन्दू मंदिर अध्यात्म और एकता का अद्भुत प्रतीक : सीएम मोहन यादव

IANS | July 14, 2025 3:32 PM

अबू धाबी, 14 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने विदेश दौरे के दौरान अबू धाबी स्थित भव्य बीएपीएस हिन्दू मंदिर का दर्शन कर एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किया। मंदिर की दिव्यता, सांस्कृतिक समरसता और सेवा के मूल्यों से प्रभावित होकर उन्होंने इसे भारतीय अध्यात्म, सांस्कृतिक एकता और सनातन मूल्यों का अद्भुत वैश्विक प्रतीक बताया।

नाथू ला मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा: तीर्थयात्रियों ने की व्यवस्थाओं की तारीफ

IANS | July 14, 2025 10:19 AM

गंगटोक, 14 जुलाई (आईएएनएस)। नाथू ला मार्ग से हो रही कैलाश मानसरोवर यात्रा की तीर्थयात्री और अधिकारी काफी तारीफ कर रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि यात्रा को सुगम बनाने की दिशा में तैयारियों में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती गई है।

15 जुलाई को है सावन का पहला मंगला गौरी व्रत, जानें विधि और शुभ मुहूर्त

IANS | July 14, 2025 9:45 AM

नई दिल्ली, 14 जुलाई (आईएएनएस)। मंगलवार को श्रावण मास का पहला मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। इस व्रत को विशेष रूप से कन्याएं और सुहागिन स्त्रियां मां गौरी की कृपा पाने के लिए करती हैं ताकि उन्हें देवी की कृपा से योग्य वर और सुखमय वैवाहिक जीवन प्राप्त हो।

श्रावण मास का पहला सोमवार: ओंकारेश्वर में उमड़े शिवभक्त, 'जय ओंकार' के नारों से गूंजा धाम

IANS | July 14, 2025 8:57 AM

खंडवा, 14 जुलाई (आईएएनएस)। श्रावण मास के पहले सोमवार का सबसे बड़ा नजारा मध्य प्रदेश के खंडवा जिले स्थित पवित्र तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में देखने को मिला। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक और चतुर्थ ज्योतिर्लिंग माने जाने वाले ओंकारेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े।

पुराणों में वर्णित 'गुप्त काशी', जहां जौ भर भूमि और होती तो यहां काशी के नाथ विश्वनाथ विराजते

IANS | July 14, 2025 8:52 AM

नई दिल्ली, 14 जुलाई (आईएएनएस)। शिव के त्रिशूल पर बसी दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी। शिव की वह नगरी जिसे माता पार्वती के लिए शिव ने बसाया। वह नगरी जिसके बारे में शास्त्रों में भी वर्णित है कि जो आदि काल में भी थी और युग के अंत के बाद भी रहेगी। जिसे शिव और शक्ति ने अपने निवास के लिए चुना। वह नगरी जो पाप से मुक्ति और मोक्ष प्रदान करती है। वह नगरी जहां लोग जीवन के अंतिम पल में प्राण त्यागने आने की ख्वाहिश रखते हैं। काशी जिसे ब्रह्मांड का आध्यात्मिक केंद्र भी माना जाता है।