पीएम मोदी ने दलाई लामा को दी जन्मदिन की शुभकामनाएं, बताया- प्रेम और करुणा के प्रतीक
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दलाई लामा को उनके 90वें जन्मदिन पर बधाई दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की प्रार्थना की।
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दलाई लामा को उनके 90वें जन्मदिन पर बधाई दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की प्रार्थना की।
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि, 7 जुलाई को वासुदेव द्वादशी के रूप में मनाई जाएगी। यह पवित्र दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं, संतान सुख की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
नई दिल्ली/मुंबई, 6 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को आषाढ़ी एकादशी पर हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। पूरे देश में रविवार को आषाढ़ी एकादशी यानी देवशयनी एकादशी पर लोग भगवान विष्णु की भक्ति और उपासना में लीन हैं। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने सभी के लिए सुख-समृद्धि की कामना की है।
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। महादेव का एक ऐसा ज्योतिर्लिंग जो हिमालय पर्वत की गोद में स्थित है, इसके साथ ही यह स्थान चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। जहां बाबा केदार विराजते हैं, उस क्षेत्र का ऐतिहासिक नाम "केदार खंड" है। इस 80 फीट ऊंचे मंदिर के निर्माण के बारे में मान्यता है कि इसे महाभारत काल के बाद पाण्डवों ने बनवाया था।
नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का 90वां जन्मदिन 6 जुलाई को है। दलाई लामा कोई नाम नहीं बल्कि एक उपाधि है। वर्तमान दलाई लामा का वास्तविक नाम तेनजिन ग्यात्सो उर्फ लामो धोंडुप है। चीन के तिब्बत पर कब्जा करने और तिब्बती बौद्धों पर बर्बरता करने के बाद 1959 में दलाई लामा अपने हजारों अनुयायियों के साथ भारत आ गए थे। तब से अब तक काफी कुछ बदल चुका है, लेकिन आज भी चीनी कब्जे के खिलाफ तिब्बत की आजादी की प्रासंगिकता बनी हुई है, जिसमें भारत की भी अहम भूमिका है।
नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। विश्व के नाथ को समर्पित सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू होने वाला है। महादेव के साथ ही उनके भक्तों के लिए भी यह महीना बेहद मायने रखता है। शिवालयों में लगी लंबी कतारें 'बोल बम' और 'हर हर महादेव' की गूंज चहुंओर सुनाई देगी। भोलेनाथ का स्वरूप निराला है। उनका रूप जितना रहस्यमय है, उतना ही आकर्षक भी है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि उनके शरीर पर भस्म, माथे पर चंद्रमा, जटा में गंगा और गले में नागदेव क्यों विराजमान रहते हैं?
नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। शिवपुराण के अनुसार समुद्र के किनारे स्थित द्वारकापुरी के पास स्थित स्वयंभू शिवलिंग नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रमाणित है। इसको द्वादश ज्योतिर्लिंग में 10वां स्थान प्राप्त है। हालांकि इस ज्योतिर्लिंग के अतिरिक्त नागेश्वर नाम से तीन अन्य शिवलिंगों की भी चर्चा होती है। जिसमें महाराष्ट्र के हिंगोली जनपद में स्थित औंध नागनाथ मन्दिर, उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जनपद में स्थित जागेश्वर मन्दिर के साथ झारखंड के दुमका में स्थित बाबा बासुकीनाथ के मंदिर का भी नाम लिया जाता है। लेकिन, नागनाथ के नाम से प्रसिद्ध नागेश ज्योतिर्लिंग को शास्त्रों और पुराणों के अनुसार द्वारकापुरी के पास समुद्र के किनारे ही स्थित बताया गया है। क्योंकि द्वादश ज्योतिर्लिंग स्त्रोत के अनुसार यह ज्योतिर्लिंग दारुक वन में स्थित है और अभी गुजरात में जहां नागेश्वर ज्योतिर्लिंग है इस क्षेत्र को दारुक वन क्षेत्र के नाम से जाना जाता है।
नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत ही खास माना जाता है क्योंकि यह भगवान शिव का प्रिय महीना होता है। इस महीने में भक्त बड़ी श्रद्धा से भोलेनाथ की पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं और उनसे खुशहाली की प्रार्थना करते हैं। कहा जाता है कि अगर सावन में भगवान शिव प्रसन्न हो जाएं तो हर मनोकामना पूरी हो जाती है। खासकर कुंवारी लड़कियां अपने मनपसंद वर की प्राप्ति के लिए सावन में भोलेनाथ की पूजा करती हैं, वहीं विवाहित महिलाएं अपने पति और परिवार की खुशहाली के लिए माता पार्वती और भगवान शिव की अराधना करती हैं।
नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को हज समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान हज 2025 को सबसे सफल हज यात्राओं में से एक बताया। उन्होंने कहा कि हमने हज 2026 की तैयारियां आज से शुरू कर दी हैं।
पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज के दौरान अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति, सरयू और प्रयागराज के महाकुंभ का पवित्र जल भेंट किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत और कैरिबियाई राष्ट्र के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्तों को उजागर किया।