अबू धाबी, 14 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने विदेश दौरे के दौरान अबू धाबी स्थित भव्य बीएपीएस हिन्दू मंदिर का दर्शन कर एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किया। मंदिर की दिव्यता, सांस्कृतिक समरसता और सेवा के मूल्यों से प्रभावित होकर उन्होंने इसे भारतीय अध्यात्म, सांस्कृतिक एकता और सनातन मूल्यों का अद्भुत वैश्विक प्रतीक बताया।
मंदिर परिसर में पूज्य स्वामीजी ने पारंपरिक विधि से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस दौरान उन्हें मंदिर के निर्माण, उद्देश्य और दर्शन से जुड़े विवरणों से अवगत कराया गया। मंदिर के भव्य स्थापत्य सौंदर्य और श्रद्धा से परिपूर्ण वातावरण ने सीएम यादव को गहराई तक छू लिया। मुख्यमंत्री विशेष रूप से उस प्रदर्शनी से भावविभोर दिखे जो 'सच्चे गुरु की सनातन भूमिका' पर आधारित थी। वहां उन्होंने निस्वार्थ सेवा और समर्पण के भावों पर चिंतन करते हुए समाजसेवा को अपनी प्रतिबद्धता का एक और सशक्त आधार बताया।
मंदिर के भीतर सीएम मोहन यादव ने जब देवालयों में प्रार्थना की, तो एक और भावपूर्ण क्षण तब सामने आया जब उन्हें यह ज्ञात हुआ कि मंदिर में जबलपुर की पवित्र मिट्टी भी विराजित है। यह मिट्टी परम पूज्य महंत स्वामी महाराज की जन्मभूमि है।
सीएम मोहन यादव ने बीएपीएस संस्था की भी सराहना की, जिसने विश्व के कोने-कोने में शांति, भक्ति और भाईचारे के मूल्यों को फैलाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि महंत स्वामी महाराज के नेतृत्व में यह मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं, बल्कि विश्व समुदाय के लिए आध्यात्मिक प्रेरणा का केंद्र बन चुका है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि यह मंदिर दुनिया को भारतीय संस्कृति, सहिष्णुता और सेवा की अनमोल शिक्षाएं देता रहेगा, और भारत की सांस्कृतिक पहचान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर और अधिक मजबूत बनाएगा।
बता दें कि 14 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीएपीएस हिन्दू मंदिर का उद्घाटन किया था। यह मंदिर 27 एकड़ भूमि पर स्थित है। इस मंदिर के निर्माण में लोहे या स्टील का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसमें भारत और अन्य देशों से लाए गए पत्थरों और संगमरमर का उपयोग किया गया है।
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