स्मृति शेष शरत : 'नेताजी' के 'द ग्रेट एस्केप' के सूत्रधार, नहीं रोक सके बंटवारा

IANS | September 6, 2024 8:17 AM

नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय इतिहास में कई ऐसे लोग हुए, जिनका जीवन हमारे लिए प्रेरणादायक रहा है। कई ऐसे नाम हैं, जो हर दिन गौरव के साथ लिए जाते हैं। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई ऐसे चेहरे सामने आए, जो आज भी हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन्हीं में से एक नाम है शरत चंद्र बोस। 6 सितंबर 1889 को पैदा हुए शरत जी स्वतंत्रता सेनानी और बैरिस्टर थे। वह 'नेताजी' सुभाष चंद्र बोस के बड़े भाई थे। आज उनकी जयंती है। इस कारण उनका जिक्र करना बेहद खास है।

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह : क्या आप भी हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रहे हैं, जानें डॉक्टर की राय

IANS | September 5, 2024 6:41 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए जरूर सुना होगा कि वह पूरे दिन थका-थका सा महसूस करते हैं। किसी काम में मन नहीं लगता, बदन पूरे दिन टूटा सा रहता है। अगर आप भी इन सभी दिक्कतों से जूझ रहे हैं तो आज ही अपने हीमोग्लोबिन की जांच करा लें।

हरियाणा भाजपा की पहली लिस्ट आते ही इस्तीफों की झड़ी, कई दिग्गजों ने छोड़ी पार्टी

IANS | September 5, 2024 6:38 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। भाजपा ने पहली लिस्ट में कई पूर्व सांसदों के साथ ही जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) छोड़कर पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं को भी टिकट दिया है। लेकिन, इस लिस्ट में कई बड़े नेताओं के नाम गायब रहे।

सोलर एनर्जी को लेकर ग्लोबल साउथ को रास्ता दिखा रहा भारत : अफ्रीका 50

IANS | September 5, 2024 5:32 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। भारत ने अपनी बेहतर नीतियों के कारण सोलर एनर्जी सेक्टर में काफी सफलता प्राप्त की है और ग्लोबल साउथ को एक रास्ता दिखाया, जिस पर चलकर कई विकासशील देश सोलर एनर्जी के क्षेत्र में बढ़त हासिल कर सकते हैं। अफ्रीका 50 के सीईओ एलेन एबोबिसे ने यह बयान दिया।

शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन लाल निशान में बंद, एनर्जी और रियल्टी शेयरों में गिरावट

IANS | September 5, 2024 4:33 PM

मुंबई, 5 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को लाल निशान में बंद हुआ। बाजार के मुख्य सूचकांकों में गिरावट की वजह रिलायंस और टाटा मोटर्स जैसे बड़े शेयरों में दबाव होना था।

क्या आप जानते हैं इंसानों की तरह डॉग्स भी देखते हैं सपने

IANS | September 5, 2024 4:01 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। जहां दोस्ती में वफादारी की बात आती है वहां सबसे ऊपर डॉग्स का नाम आता है। बॉलीवुड ने भी इन वफादारों को सिल्वर स्क्रीन पर खूब जगह दी। ‘तेरी मेहरबानियां’ से लेकर हाल ही में आईं ‘चार्ली 777’ इस बात के प्रमाण हैं। जहां मेन लीड से कम डॉग्स नहीं रहे। कभी सोचा आपने कि आखिर ये जब सोते हैं तो करते क्या हैं, क्या हमारी तरह ही ये सपने देखते हैं और अगर देखते हैं तो किसे देखते हैं?

शिक्षक दिवस विशेष : जानिए उन शिक्षकों के बारे में जिन्होंने भारतीय शिक्षा के एक नए युग की शुरुआत की

IANS | September 5, 2024 1:52 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। हर साल 5 सितंबर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस हमारे जीवन में शिक्षकों के अमूल्य योगदान को मान्यता देने का अवसर है, जो हमारी जिंदगी को रोशन करने वाले सूरज की तरह हैं। ये वो शिक्षक हैं जिन्होंने न केवल हमें अक्षर ज्ञान दिया बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाई।

'हीरोइन ऑफ हाईजैक' : बर्थडे से दो दिन पहले गंवाई जान, आतंकियों से बचाई थी 360 यात्रियों की जान

IANS | September 5, 2024 1:39 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। नीरजा भनोट एक सक्सेसफुल मॉडल और एयरहोस्टेज थीं। 5 सितंबर 1986 में हुए प्लेन हाईजैक में उन्होंने बहादुरी का परिचय देते हुए 300 से ज्यादा लोगों की जान बचाई थी।

1971 के युद्ध वीर, 'रेमन मैग्सेसे' विजेता, बालाकोट पर मोदी सरकार का दिया साथ, केजरीवाल से गए 'हार'

IANS | September 5, 2024 1:35 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। भारत के पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल लक्ष्मीनारायण रामदास को 1971 के भारत-पाक युद्ध के हीरो के तौर पर जाना जाता है। सामान्यता एडमिरल रामदास सियासत या किसी दूसरी तरह की चकाचौंध से दूरी बनाए रखते थे। मगर बात जब सेना की आती तो वह मुखर होकर जवाब देने से पीछे नहीं हटते थे। फिर चाहे वो पुलवामा अटैक हो या बालाकोट एयरस्ट्राइक, इस पर सियासी बयानबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ा विरोध जताया।

इरशाद कामिल: जिनके लिखे गीत कराते हैं जिंदगी का एहसास, इश्क वालों के लिए वरदान है उनके लफ्ज

IANS | September 5, 2024 12:27 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। “लफ्ज के चेहरे नहीं होते, लफ्ज सिर्फ एहसास होता है”, अगर इन एहसासों को शब्दों में पिरो दिया जाए तो बनती है एक रचना, इन्हें जो भी सुने या पढ़े वो इसका कायल हो जाए। ऐसी ही महारत इस मॉर्डन युग में हासिल है इरशाद कामिल को। जिनकी कलम से एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों ऐसे गीत निकले, जो आपको इन्हीं एहसासों से रूबरू कराती हैं।