1971 के युद्ध वीर, 'रेमन मैग्सेसे' विजेता, बालाकोट पर मोदी सरकार का दिया साथ, केजरीवाल से गए 'हार'

IANS | September 5, 2024 1:35 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। भारत के पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल लक्ष्मीनारायण रामदास को 1971 के भारत-पाक युद्ध के हीरो के तौर पर जाना जाता है। सामान्यता एडमिरल रामदास सियासत या किसी दूसरी तरह की चकाचौंध से दूरी बनाए रखते थे। मगर बात जब सेना की आती तो वह मुखर होकर जवाब देने से पीछे नहीं हटते थे। फिर चाहे वो पुलवामा अटैक हो या बालाकोट एयरस्ट्राइक, इस पर सियासी बयानबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ा विरोध जताया।

इरशाद कामिल: जिनके लिखे गीत कराते हैं जिंदगी का एहसास, इश्क वालों के लिए वरदान है उनके लफ्ज

IANS | September 5, 2024 12:27 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। “लफ्ज के चेहरे नहीं होते, लफ्ज सिर्फ एहसास होता है”, अगर इन एहसासों को शब्दों में पिरो दिया जाए तो बनती है एक रचना, इन्हें जो भी सुने या पढ़े वो इसका कायल हो जाए। ऐसी ही महारत इस मॉर्डन युग में हासिल है इरशाद कामिल को। जिनकी कलम से एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों ऐसे गीत निकले, जो आपको इन्हीं एहसासों से रूबरू कराती हैं।

16 साल में शादी, 21 साल में लेक्चरर, डॉ. राधाकृष्णन की अनोखी कहानी

IANS | September 5, 2024 12:24 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। एक ऐसी शख्सियत जिन्होंने 16 साल में शादी के बंधन में बंधकर समाज के नियमों को माना तो 21 साल की उम्र में लेक्चरर बनकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। ये शख्स हैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, उनकी जिंदगी की यह दिलचस्प दास्तान आपको हैरान कर देगी।

पुण्यतिथि विशेष: मानव सेवा आसान नहीं और मदर टेरेसा ने इसी मार्ग को चुना

IANS | September 5, 2024 12:00 PM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। 'प्यार की भूख रोटी की भूख से कहीं बड़ी है' ऐसा मानती थीं लाखों करोड़ों जरूरतमंदों की मदर टेरेसा। जिन्होंने पूरी जिंदगी हाशिए पर जीवन बसर कर रहे लोगों के लिए गुजार दी। उनका यह विश्वास था कि सच्ची सेवा तभी संभव है जब हम पूरी लगन और समर्पण के साथ काम करें। 'सेवा का कार्य एक कठिन कार्य है,' वाले सिद्धांत पर यकीन रखती थीं और उनकी कार्यशैली में भी यही परिलक्षित होता रहा।

सर रतनजी टाटा: जिनकी उदारता से गोखले और महात्मा गांधी का आंदोलन हुआ था मजबूत

IANS | September 5, 2024 11:46 AM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। आज हम अपनी जिंदगी के किसी भी हिस्से को उठाकर देखते हैं तो टाटा कंपनी के किसी न किसी ब्रांड से हमारा वास्ता पड़ ही जाता है। चाहे आप सड़क से जा रहे हों, हवाई यात्रा कर रहे हों, किसी होटल में ठहर रहे हों, या सिर्फ अपने घर पर भी हों...'टाटा' आपकी जिंदगी का अहम हिस्सा है। टाटा समूह के एक ऐसे ही अहम सदस्य थे सर रतनजी जमशेदजी टाटा, जिनके लिए बिजनेस सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का साधन भी था।

जब परिवार का खर्चा चलाने के लिए घर-घर जाकर ट्यूशन देने लगे सर्वपल्ली राधाकृष्णन

IANS | September 5, 2024 9:57 AM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। शिक्षा की अलख जगाने वाले भारत रत्न डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन शिक्षकों के प्रयासों को समर्पित है। देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने वाले राधाकृष्णन ने अथक प्रयास किया। तमाम परेशानियां झेलीं, घर खर्च चलाने के लिए होम ट्यूशन दिया पर शिक्षा के प्रति ईमानदारी कभी नहीं छोड़ी। अपने प्रोफेशन से उन्हें गहरा लगाव था।

जानिए, 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस? क्या है इस बार की थीम?

IANS | September 5, 2024 9:20 AM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। भारत में शिक्षक दिवस की स्थापना का इतिहास 62 साल पुराना है। नींव 5 सितंबर 1962 को पड़ी। यह दिन भारतीय शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए समर्पित है। इसी दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था।

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः, जिसने आपको किताबों का दिया ज्ञान वही नहीं हैं केवल आपके शिक्षक

IANS | September 5, 2024 8:47 AM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरुः साक्षात्‌ परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥ हमारे संतों ने जगत में गुरु को ही सर्वश्रेष्ठ माना है। क्योंकि गुरु ही छात्रों के एक मात्र हितैषी हैं, वे सब कुछ करने वाले हैं, बिना उनके ज्ञान रूपी आशीर्वाद के कुछ भी नहीं होने वाला है। ऐसे में गुरु के अतिरिक्त किसी और पर भरोसा करने वाला ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता।

यत्र तत्र सर्वत्र : शरद, समाज और सरकार, सिस्टम पर व्यंग्य बाण चलाने वाला साहित्यकार

IANS | September 5, 2024 8:18 AM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। 'तुम्हारे आने के चौथे दिन, बार-बार यह प्रश्न मेरे मन में उमड़ रहा है, तुम कब जाओगे अतिथि।' भले ही यह व्यंग्य लगे। लेकिन, यह हमारे समाज, हमारे परिवार और हमारे समय की सच्चाई है। ऐसा लिखने वाला शख्स समाज की हर उस नब्ज को टटोलने में माहिर है, जिसके जरिए हम रिश्तों को परिभाषित करने का 'दंभ' भरते और 'इतराते' दिख जाते हैं।

अनिल बलूनी ने की केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात, एयर कनेक्टिविटी के विस्तार की मांग

IANS | September 4, 2024 7:58 PM

नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनिल बलूनी ने बुधवार को राजधानी दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू से मुलाकात की। उन्होंने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की।