सुल्तानगंज विधानसभा सीट: जदयू की मजबूत पकड़ से राजद-कांग्रेस गठबंधन के सामने बड़ी चुनौती

IANS | October 23, 2025 10:47 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र बिहार के बांका लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यह मुख्य रूप से ग्रामीण मतदाताओं वाला क्षेत्र है, जिसमें सुल्तानगंज और शाहकुंड दो प्रमुख विकास खंड शामिल हैं। यह क्षेत्र न सिर्फ अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण रहा है।

बिहार चुनाव : अमरपुर विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, कांग्रेस-जदयू में सीधी लड़ाई

IANS | October 23, 2025 10:05 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार के बांका जिले में स्थित अमरपुर विधानसभा क्षेत्र बांका लोकसभा सीट का हिस्सा है। यह क्षेत्र शंभूगंज और अमरपुर प्रखंडों को मिलाकर बना है। अमरपुर एक अधिसूचित क्षेत्र है, जिसे सामुदायिक विकास खंड का दर्जा प्राप्त है। यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के लिए जाना जाता है।

बिहार चुनाव : नाथनगर में 2020 में राजद ने पहली बार चखा जीत का स्वाद, इस बार किसके पक्ष में जनादेश?

IANS | October 23, 2025 9:51 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार के भागलपुर जिले में नाथनगर विधानसभा क्षेत्र स्थित है। इसमें नाथनगर, सबौर, हबीबपुर नगर पंचायत और जगदीशपुर प्रखंड के कुछ गांव शामिल हैं। यह क्षेत्र भागलपुर लोकसभा सीट का हिस्सा है। यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ राजनीतिक गतिशीलता के लिए भी महत्वपूर्ण है।

बिहार चुनाव : भागलपुर विधानसभा सीट पर भाजपा-कांग्रेस के बीच सियासी जंग

IANS | October 23, 2025 9:27 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। भागलपुर, गंगा नदी के दक्षिणी तट पर बसा बिहार का तीसरा सबसे बड़ा शहर, ऐतिहासिक और औद्योगिक महत्व के लिए जाना जाता है। प्राचीन काल में इसे चंपा नगरी के नाम से जाना जाता था। भागलपुर विधानसभा सीट, जो शहर और आसपास के क्षेत्रों को कवर करती है, सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।

बिहार चुनाव : 35 सालों से कुम्हरार में भाजपा की जीत का सिलसिला जारी, इस बार क्या हैं समीकरण?

IANS | October 23, 2025 9:20 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी पटना स्थित कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र ऐसी सीट है जो चुनावी मैदान नहीं, बल्कि उस गौरवशाली मगध साम्राज्य की आत्मा है, जहां से भारत का सबसे बड़ा साम्राज्य शुरू हुआ था। पहले इस विधानसभा सीट को 'पटना सेंट्रल' के नाम से जाना जाता था, जिसकी स्थापना 1977 में हुई थी।

बिहार चुनाव : कहलगांव में 2020 में पहली बार खुला भाजपा का खाता, क्या फिर होगा कमाल?

IANS | October 23, 2025 7:43 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार के भागलपुर जिले में स्थित कहलगांव विधानसभा सीट सन्हौला, गोराडीह और कहलगांव प्रखंडों के साथ-साथ 12 ग्राम पंचायतों और कहलगांव नगर पंचायत को मिलाकर बनी है। यह भागलपुर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है और अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

बिहार चुनाव : पीरपैंती पर कभी रही कांग्रेस और लेफ्ट के बीच लड़ाई, अब राजद और भाजपा में मुकाबला

IANS | October 23, 2025 7:38 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार के भागलपुर जिले में स्थित पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र एक अनुसूचित जाति (एससी) सुरक्षित सीट है, जो भागलपुर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। यह पीरपैंती और कहलगांव प्रखंडों में फैला हुआ है और झारखंड की सीमा से सटा है। पीरपैंती जिले का सबसे बड़ा प्रखंड है, जिसमें 89 गांव और 29 पंचायतें शामिल हैं।

पीएम मोदी का युवाओं से संवाद, कहा- 'रफ्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर से एनडीए सरकार'

IANS | October 23, 2025 6:49 PM

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के माध्यम से बिहार के युवा कार्यकर्ताओं से संवाद किया।

राजद का मतलब ही 'रंगदारी, जंगलराज और दादागीरी' है : जेपी नड्डा

IANS | October 23, 2025 4:48 PM

औरंगाबाद, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब प्रचार अभियान तेज होता जा रहा है। एनडीए के पक्ष में गुरुवार को चुनाव प्रचार के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी उतर गए। उन्होंने औरंगाबाद के गोह में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राजद शासनकाल को लेकर जमकर निशाना साधा।

बिहार चुनाव: भाजपा का गढ़ दीघा विधानसभा सीट, समझें समीकरण

IANS | October 23, 2025 2:37 PM

पटना, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। पटना जिले की दीघा विधानसभा सीट सिर्फ एक चुनावी क्षेत्र नहीं, बल्कि बिहार की बदलती राजनीति और विकास की कहानी का जीता-जागता सबूत है। इस सीट पर सबकी निगाहें टिकी रहती हैं, क्योंकि यहां की 'महिला वोटर' किसी भी पार्टी का भाग्य तय करने का माद्दा रखती हैं।