केंद्र सरकार ने शुरू की हज 2026 की तैयारियां, किरेन रिजिजू बोले- समय पर करें आवेदन

IANS | July 4, 2025 3:32 PM

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को हज समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान हज 2025 को सबसे सफल हज यात्राओं में से एक बताया। उन्होंने कहा कि हमने हज 2026 की तैयारियां आज से शुरू कर दी हैं।

त्रिनिदाद एंड टोबैगो: पीएम मोदी ने राम मंदिर की प्रतिकृति और सरयू का जल प्रधानमंत्री कमला को किया भेंट

IANS | July 4, 2025 10:43 AM

पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज के दौरान अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति, सरयू और प्रयागराज के महाकुंभ का पवित्र जल भेंट किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत और कैरिबियाई राष्ट्र के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्तों को उजागर किया।

देवशयनी एकादशी: विष्णु जी करेंगे विश्राम, शिव संभालेंगे सृष्टि का कार्यभार!

IANS | July 4, 2025 9:05 AM

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। देवशयनी एकादशी का महत्व पुराणों में विशेष रूप से बताया गया है। इस दिन से भगवान विष्णु विश्राम करते हैं, और पूरी सृष्टि का कार्यभार भगवान शिव को सौंप देते हैं। इसी वजह से चातुर्मास के दौरान भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस अवधि में तपस्या, योग, मंत्र जाप और धार्मिक अनुष्ठान करने से दोगुना पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

पीएम मोदी भगवान राम की तरह सबको साथ लेकर आगे बढ़ रहे : चिदानंद मुनि

IANS | July 3, 2025 9:22 PM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना का सर्वोच्च सम्मान दिए जाने की परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के महाराज चिदानंद मुनि ने सराहना की। सरकार की विदेश नीति की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि जैसे भगवान राम सभी को लेकर आगे बढ़े थे, वैसे ही पीएम मोदी भी सबको साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

सावन विशेष : महादेव को क्यों प्रिय है भांग, आक और धतूरा? ‘नीलकंठ’ से है कनेक्शन

IANS | July 3, 2025 6:56 PM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का महीना भगवान शिव और उनके भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। महादेव अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, चाहे वह इंसान हो, देवता या असुर। शिव को प्रसन्न करने के लिए न तो महंगी मिठाइयों की जरूरत है न ही जटिल पूजा विधि की। बेलपत्र, भांग, आक, धतूरा और एक लोटा जल ही उनके लिए काफी है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा कि भगवान शिव को भांग, आक और धतूरा क्यों प्रिय है?

रावणेश्वर ज्योतिर्लिंग जो मशहूर है 'कामना लिंग' के नाम से, जहां बाबा मंदिर के शिखर पर 'त्रिशूल' नहीं लगा है 'पंचशूल'

IANS | July 3, 2025 6:03 PM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। महादेव के द्वादश ज्योतिर्लिंग में से पांचवें नंबर पर आता है बाबा बैद्यनाथ धाम। जिसे रावणेश्वर ज्योतिर्लिंग या फिर कामना लिंग के नाम से भी जाना जाता है। यह द्वादश ज्योतिर्लिंग में अकेला ऐसा शिवलिंग है, जहां माता पार्वती और महादेव एक साथ विराजते हैं। कहते हैं यहां माता सती का हृदय भाग गिरा था। ऐसे में यहां दर्शन-पूजन से भक्तों को महादेव के साथ माता पार्वती का भी आशीर्वाद मिलता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसलिए इसे मनोकामना लिंग या कामना लिंग भी कहा जाता है।

रवि योग: हर काम में मिलेगी सफलता, बस करें ये उपाय!

IANS | July 3, 2025 9:58 AM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सभी योग में रवि योग बेहद ही शुभ और प्रभावशाली योग होता है। यह योग सूर्य और चंद्रमा के खास संयोग से बनता है। शुक्रवार के दिन इस योग का संयोग बन रहा है, जो बेहद शुभ है और इस योग में किए गए सभी धार्मिक कार्य से जातकों को कई गुना फल मिलता है। शुक्रवार को सूर्य मिथुन राशि में रहेंगे, वहीं चंद्रमा तुला राशि में रहेंगे।

अमरनाथ यात्रा के लिए दूसरा जत्था रवाना, तीर्थयात्रियों ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए सरकार की तारीफ की

IANS | July 3, 2025 9:56 AM

जम्मू, 3 जुलाई (आईएएनएस)। 36 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का एक और जत्था गुरुवार को जम्मू से घाटी के लिए रवाना हुआ। दूसरे जत्थे में 5246 तीर्थयात्री शामिल हैं, जिन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू के कैनाल रोड स्थित भगवती नगर से घाटी के लिए भेजा गया। अधिकारियों ने बताया कि इन तीर्थयात्रियों में से 1993 यात्री बालटाल बेस कैंप जा रहे हैं, जबकि 3253 पहलगाम बेस कैंप जा रहे हैं।

जहां दो ज्योतिर्लिंग नदी के दो किनारों पर स्थित होकर एकलिंग नाथ के रूप में पूजे जाते हैं, वहां प्रवाहित पवित्र नदी का हर कंकड़ शंकर है

IANS | July 3, 2025 8:30 AM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। गंगा से भी ज्यादा पावन नदी नर्मदा, इसके किनारे से सटा ओंकार पर्वत और इस पर्वत पर निवास करते एकलिंगनाथ यानी महादेव। सचमुच यह स्थान देवताओं का निवास स्थान है। यहां नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर दो प्रमुख मंदिर हैं ओंकारेश्वर और ममलेश्वर। यहां दोनों ज्योतिर्लिंग मिलकर एक होते हैं और कहलाते हैं ओंकारममलेश्वर। द्वादश ज्योतिर्लिंग में इसका स्थान चौथा है।

अंबुबाची मेला : जहां रजोधर्म की होती है पूजा, भक्तों को मिलता है दिव्य प्रसाद!

IANS | July 2, 2025 7:53 PM

नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएएनएस)। हिन्दू धर्म में देवी उपासना की कई परंपराएं हैं, लेकिन असम में स्थित कामाख्या देवी मंदिर एक ऐसा स्थान है, जो रहस्यों और आध्यात्मिक शक्तियों से भरा हुआ है। मां कामाख्या देवी का मंदिर ना केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि तांत्रिक क्रियाओं और शक्तिपीठों की महिमा का प्रतीक भी है। कहते हैं कि यहां पर माता सती का योनी भाग गिरा था। इसलिए इस मंदिर को कामाख्या मंदिर नाम दिया गया है।