जानें, अग्रेजों ने ब्रिटिश भारत की पहली राजधानी के लिए कोलकाता का क्यों किया चयन
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। मुगलों के दौर में आगरा और दिल्ली सत्ता का केंद्र हुआ करता था। लेकिन, साल 1772 आते-आते देश में मुगलों की जड़ें कमजोर होने लगी और अंग्रेजों की पकड़ मजबूत होती गई। इसी दौरान ईस्ट इंडिया कंपनी ने कोलकाता (कलकत्ता) को लेकर एक अहम कदम उठाया। उन्होंने इसे ब्रिटिश भारत की राजधानी घोषित करने का ऐलान किया, जो उस समय बहुत मत्वपूर्ण फैसला था।