बिहार चुनाव : आरक्षण के बाद बदला मसौढ़ी विधानसभा सीट का समीकरण, अब जदयू-राजद की सीधी टक्कर
पटना, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी पटना से दक्षिण में स्थित मसौढ़ी का इतिहास जितना दिलचस्प है, इसका वर्तमान राजनीतिक गणित उतना ही अचूक है। एक समय था, जब इस जगह को 'तारेगना' के नाम से जाना जाता था, जिसका सीधा मतलब था- 'तारों की गणना करना'। माना जाता है कि इसी पवित्र धरती पर भारत के महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री आर्यभट्ट ने छठी शताब्दी में एक खगोल वेधशाला स्थापित की थी। मसौढ़ी में आज भी प्राचीन मणिचक सूर्य मंदिर मौजूद है।