'भूदान आंदोलन' करने वाला 'भारत रत्न': जिनका काम आज की पीढ़ियों को भी करता है प्रेरित
नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। भारत की आजादी के बाद जब देश गांव-गांव में सामाजिक सुधार की राह तलाश रहा था, किसान बिन भूमि के तरस रहे थे और असमानता चरम पर थी, तब एक सादगी भरा व्यक्तित्व, आचार्य विनोबा भावे, और उनका भूदान आंदोलन के रूप में सामने आया।