‘मैं गंगा का बेटा हूं, मैं ही लिखूंगा महाभारत’, स्क्रिप्ट लिखने से पहले राही मासूम रज़ा ने क्यों कहा था ऐसा

IANS | September 1, 2024 10:20 AM

नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। ‘मैं समय हूं... और आज महाभारत की कथा सुनाने जा रहा हूं’। इन शब्दों को भला कौन भूल सकता है?, 90 के दशक में हिंदुस्तान का कोई ऐसा घर नहीं होगा, जिनके यहां रविवार को ये आवाज न सुनाई दी हो। इस पौराणिक धारावाहिक को लिखा था लेखक राही मासूम रज़ा ने। उनकी स्याही से लिखे एक-एक अल्फाज का करिश्मा ऐसा था कि ‘महाभारत’ लोगों के घरों तक पहुंची। इससे पहले सिर्फ लोगों ने इसके बारे में पढ़ा था।

आखिर क्यों शुरू हुई दुनिया में गुट निरपेक्ष दिवस मनाने की प्रथा

IANS | September 1, 2024 9:47 AM

नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। युद्ध या शांति इसके बीच उलझे विश्व में कई ऐसे देश भी रहे जो यह तय नहीं कर पा रहे थे कि युद्ध की स्थिति में वह आखिर किसके साथ, किसके पक्ष में खड़े हों। ऐसे में गुट निरपेक्ष आंदोलन राष्ट्रों ने एक अंतरराष्ट्रीय संस्था का गठन किया जिसमें यह निश्चय हुआ कि ये देश विश्व के किसी भी पावर ब्लॉक के साथ या विरोध में नहीं खड़े होंगे। इस संगठन की स्थापना 1961 में की गई। यही कारण रहा कि 1 सितंबर को गुट निरपेक्ष दिवस मनाया जाता है।

कभी भारत में केवल अंग्रेजों का होता था बीमा.... एलआईसी ने ऐसे आम लोगों तक पहुंचाया इंश्योरेंस

IANS | September 1, 2024 9:43 AM

नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस) देश में जब भी बात लाइफ इंश्योरेंस की आती है तो लोगों के मन में सबसे पहला नाम भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का आता है। आज के समय में यह देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी है। एलआईसी की स्थापना आज से 68 साल पहले एक सितंबर, 1956 को हुई थी। इसकी स्थापना ऐसे समय पर हुई थी, जब आजादी के बाद इंश्योरेंस सेक्टर काफी कठिन दौर से गुजर रहा था और एलआईसी के आने के बाद इस सेक्टर में अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को मिला।

'महाश्वेता' और 'एम सी मेहता' एक युग प्रवर्तक तो दूसरा पर्यावरण संरक्षक कैसे इन दो महान विभूतियों को देश करेगा याद

IANS | September 1, 2024 9:21 AM

नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। साल था 1997 का और भारत अपनी आजादी के 50 साल पूरे कर रहा था। इस सब के बीच भारत के दो युग प्रवर्तकों को इस साल दुनिया में खूब सुना गया। ये थे महाश्वेता देवी और एम सी मेहता। महाश्वेता देवी साहित्यकार, उपन्यासकार, निबन्धकार के साथ ही समाज में अपनी रचनाओं के जरिए एक अलग विश्वास पैदा कर चुकी थीं तो दूसरी तरफ दुनिया में पर्यावरण बचाने को लेकर उठते शोर के बीच एक और मसीहा था जो इसके संरक्षक के तौर पर उभरकर सामने आया था नाम था एम सी मेहता। दोनों को 1 सितंबर के दिन ही रेमन मैग्सेसे पुरस्कार दिया गया।

नंदन बल बर्थडे : जिनके आम खाने के शौक ने बनाया था उन्हें टेनिस स्टार

IANS | September 1, 2024 8:55 AM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। पुणे का एक बच्चा जिसे बचपन में आम खाने का बड़ा शौक था। इस शौक ने उसका झुकाव टेनिस की ओर बढ़ाया। वह बच्चा जो बॉल बॉय के तौर पर खिलाड़ियों को खेलते देख मुग्ध हो जाता था, उसने बड़े होकर डेविस कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। बाद में एक कोच के तौर पर उल्लेखनीय काम भी किया। और इस शख्सियत का नाम है नंदन बल....1970 और 80 के दशक के भारतीय टेनिस लीजेंड, जो 1 सितंबर को अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं।

शिवाजी सावंत: जिनके पहले ही उपन्यास ‘मृत्युंजय’ ने रचा कीर्तिमान, अंगराज कर्ण की कहानी बयां कर हो गए अमर

IANS | August 31, 2024 2:13 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। महाभारत का कर्ण कुछ अलग ही था। सूर्य कवच और कुंडल वाला महा दानवीर जिसने जीवन में बहुत कुछ सहा। जो कुंती के परित्यक्त पुत्र ने सहा उसकी गाथा को शिवाजी सांवत ने एक उपन्यास का आकार दे दिया। मराठी कृति का कई भाषाओं में अनुवाद हुआ और आज भी साहित्य जगत में 'मृत्युजंय' का खास दखल है।

कब करें रात का भोजन, क्या खाएं और किसे कहें न

IANS | August 31, 2024 1:20 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। भागदौड़ भरी जिंदगी ने बहुत कुछ बदल दिया है। लाइफ स्टाइल ऐसी कि खामियाजा अक्सर हमारे शरीर को उठाना पड़ता है। हम जाने- अनजाने सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। खाना तो खाते हैं लेकिन सही समय और हेल्दी डाइट को नजरअंदाज कर आगे बढ़ रहे हैं।

ज़िंक युक्त भोजन क्यों जरूरी, जानें पांच कारण

IANS | August 31, 2024 1:06 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। शरीर को स्वस्थ और अच्छा बनाए रखने के लिए हमारे खाने में विटामिन, कैल्शियम, आयरन, जिंक जैसे तत्वों का होना बहुत जरूरी है। ये ही वो तत्व हैं जो हमारे शरीर को चलाने और शरीर के अंगों को ऊर्जा देने के लिए आवश्यक होते हैं।

अप्रैल-जुलाई में यूपीआई से हुआ 81 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन

IANS | August 31, 2024 12:08 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) से अप्रैल-जुलाई की अवधि में 81 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन हुआ है। इसमें सालाना आधार पर 37 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

शख्सियत शानदार : कश्मीर के दर्द को शब्दों में समेट दुनिया के सामने रखने वाले कलमनवीस जाकिर

IANS | August 31, 2024 9:35 AM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। इंसान आदिकाल से अपने मन की बात कहने को आतुर रहा है। इसके लिए उसने कभी चित्र बनाए, कभी कलम के भाव कागज पर रचे, तो कभी दीन-दुखियों की सेवा की। मन की व्याकुलता और संवदेनशीलता तब खूब पनपती है, जब उसे शांत और व्यवस्थित माहौल मिले। मन के ऐसे ही एक तरंग का नाम है, कश्मीरी लाल जाकिर। जिनकी कलम में दम था और समाज के लिए कुछ करने की ख्वाहिश भी खूब थी।