विदेश में रनों के लिहाज से भारत की टेस्ट में पांच सबसे बड़ी जीत
नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। भारत ने एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 336 रन से मात दी। यह विदेशी सरजमीं पर रनों के लिहाज से टीम इंडिया की सबसे बड़ी जीत रही।
नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। भारत ने एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 336 रन से मात दी। यह विदेशी सरजमीं पर रनों के लिहाज से टीम इंडिया की सबसे बड़ी जीत रही।
नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास में अब तक कई कप्तान आए हैं। सभी ने अपने-अपने कार्यकाल में टीम के लिए बेहतर करने की कोशिश की। लेकिन, जिस कप्तान ने अपनी नेतृत्व क्षमता से भारतीय क्रिकेट की तस्वीर बदल दी और टीम को दुनिया की शीर्ष और मजबूत टीमों में शुमार कराया उसका नाम सौरव गांगुली है।
फिरोजाबाद, 6 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर इतिहास रचने के करीब है। भारत इस वक्त एजबेस्टन में दूसरा टेस्ट खेल रहा है, जिसे जीतने से टीम इंडिया महज सात विकेट दूर है। भारत ने इस मैदान पर कभी कोई टेस्ट नहीं जीता है, लेकिन सीरीज के दूसरे मैच में भारतीय टीम की मजबूत स्थिति देखते हुए युवा क्रिकेटर्स का मानना है कि टीम इंडिया के पास जीतने का शानदार मौका है।
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। भले ही महेंद्र सिंह धोनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता है, लेकिन मैदान पर इस कप्तान के दिमाग में हमेशा कुछ ना कुछ चलता ही रहता है। यह धोनी की चतुरता का ही कमाल रहा कि हार के करीब पहुंचकर भी भारत ने कई मैच अपने नाम किए।
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत 2008 में हुई थी। इस लीग ने कई प्रतिभावान युवा दिए हैं, जो भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाई पर ले गए हैं। ऐसे युवाओं में हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, शिवम दुबे, संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। इस कड़ी में अगला नाम बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पड्डिकल का हो सकता है।
नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज जॉन राइट भारतीय क्रिकेट इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण नाम हैं। पहले विदेशी हेड कोच के रूप में उन्होंने 2000 से 2005 तक भारतीय टीम को नई दिशा दी। उनके कार्यकाल में भारत ने विदेशी जमीन पर जीत का सिलसिला शुरू किया। 2003 वनडे विश्व कप में भारत का फाइनल तक पहुंचना उनकी कोचिंग का सबसे यादगार लम्हा है।
नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। भारत को 'क्रिकेट के दीवाने' देश के रूप में जाना जाता है। लेकिन, 19 अगस्त 2016 को पूरा देश टेलीविजन के सामने बैडमिंटन के एक बेहद रोमांचक मुकाबला देखने के लिए बैठ गया था। मौका था रियो ओलंपिक बैडमिंटन सिंगल फाइनल और देश को रोक देने वाली खिलाड़ी का नाम था पी वी सिंधु। सभी सिंधु को उस दिन सोने का पदक पहनते देखना चाहते थे। ओलंपिक में किसी खिलाड़ी के पूर्व में शायद ही ऐसा माहौल बना था, जिसे सिंधु ने बना दिया था।
नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। तैराकी भारतीय समाज का प्राचीन समय से अभिन्न अंग रहा है। लेकिन, इसे खेल के रूप में देश में लोकप्रिय करने में सचिन नाग का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। एशियन गेम्स में तैराकी में गोल्ड जीतने वाले सचिन नाग एकमात्र भारतीय तैराक हैं।
बर्मिंघम, 3 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल ने बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेले जा रहे टेस्ट में इतिहास रच दिया है। एजबेस्टन में वह सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। उन्होंने विराट कोहली के 7 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा है। विराट ने 2018 में 149 रन की पारी खेली थी।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएनएस)। चार जुलाई 1997 को मुंबई के मलाड में जन्मे चिराग शेट्टी भारत के स्टार शटलर हैं। विश्व स्तर पर कई बड़े टूर्नामेंट्स जीत चुके चिराग ने महज सात साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया था।