विश्व खेल पत्रकार दिवस: रिपोर्टिंग ही नहीं, सामाजिक और सांस्कृतिक समझ पैदा करना मकसद

IANS | July 1, 2025 3:31 PM

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। यूं तो, साल 1820-30 में खेल पत्रकारिता की शुरुआत हो चुकी थी, लेकिन इस पर साल 1900 के आस-पास अधिक ध्यान दिया जाने लगा। यह वह दौर था, जब ओलंपिक पूरे विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचने लगे थे।

'हम करके दिखाते हैं' : अदाणी ग्रुप के अशोक परमार ने गोल्ड मेडल जीतकर दिखाई असाधारण दृढ़ता

IANS | July 1, 2025 12:17 PM

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। गुजरात स्टेट बेंच प्रेस एंड डेडलिफ्ट चैंपियनशिप में अदाणी समूह के अशोक परमार ने अपनी असाधारण दृढ़ता और कौशल का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता। परमार ने दिव्यांग होने के बावजूद, सामान्य श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करते हुए इस उपलब्धि को हासिल किया, जो उनकी प्रेरणादायक यात्रा का प्रतीक है।

जन्मदिन विशेष : सनथ जयसूर्या की विस्फोटक बल्लेबाजी ने क्रिकेट को दिया नया अंदाज

IANS | June 29, 2025 6:14 PM

नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)। पहला टी20 विश्व कप 2007 में खेला गया था। इस फॉर्मेट को बड़ी लोकप्रियता प्राप्त हुई है और इस वजह से वनडे और टेस्ट फॉर्मेट के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। इसकी वजह टी20 में बल्लेबाजों की धुआंधार और विस्फोटक बल्लेबाजी है। क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स, सूर्यकुमार यादव, रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों ने साबित किया है कि टी20 में कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन, एक ऐसा भी बल्लेबाज है, जिसने 1996 विश्व कप से ही ऐसी बल्लेबाजी शुरू की थी, जैसी अब टी20 फॉर्मेट में की जा रही है। नाम है सनथ जयसूर्या।

विवादों की 'रिंग' के सुल्तान : 20 साल में हैवीवेट चैंपियन, नॉकआउट पंच में माहिर

IANS | June 29, 2025 2:46 PM

नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)। बॉक्सिंग की रिंग के बेताज बादशाह। एक मिनट के अंदर विरोधी को परास्त करने में माहिर और कई ऐसी विवादित घटनाएं, जिसने माइक टायसन को प्रसिद्धि तो दी, विरोध का सामना भी करना पड़ा। बात उस शख्स की जिसे आज भी दुनियाभर के बॉक्सर 'गुरु' मानते हैं।

बोडोलैंड अब देश के 'खेल नक्शे' पर अपनी चमक और बढ़ा रहा : 'मन की बात' में बोले पीएम मोदी

IANS | June 29, 2025 11:31 AM

नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 123वें संस्करण में बोडोलैंड में फुटबॉल की बढ़ती लोकप्रियता पर प्रकाश डाला है। इसके साथ ही उन्होंने फिटनेस पर फोकस करने की बात दोहराई है।

29 जून : दो अलग-अलग साल, दो बड़े टूर्नामेंट! भारत के लिए बेहद खास यह 'रविवार'

IANS | June 28, 2025 2:05 PM

नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। भारतीय खेल जगत में '29 जून' का दिन बेहद खास रहा है। इस दिन भारत ने एक नहीं, बल्कि दो बड़े टूर्नामेंट अपने नाम किए थे। इनमें से एक टूर्नामेंट 'चेस' का था, जबकि दूसरा टूर्नामेंट 'बैडमिंटन' से जुड़ा था। संयोग की बात यह है कि इन दोनों ही दिन 'रविवार' था और इस साल भी 29 जून रविवार को है।

सचिन तेंदुलकर ने 18 साल पहले अपने नाम की थी ऐतिहासिक उपलब्धि

IANS | June 28, 2025 8:24 AM

नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। क्रिकेट की दुनिया में सचिन तेंदुलकर को भगवान का दर्जा प्राप्त है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज, जब तक क्रिकेट खेले रिकॉर्ड बनाते गए। क्रिकेट के इतिहास में ऐसी कई तारीखें हैं, जो सिर्फ सचिन के किसी रिकॉर्ड की वजह से स्वर्ण अक्षरों में लिखी जा चुकी हैं। 29 जून ऐसी ही एक तारीख है।

मरियप्पन थंगावेलु : अभाव पर हौसला और जिद भारी, जिनकी ऊंची छलांग ने लगा दी पदकों की झड़ी

IANS | June 27, 2025 6:10 PM

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है! अंतर्राष्ट्रीय हाई जंपर मरियप्पन थंगावेलु पर यह प्रेरणादायी वाक्य बिल्कुल सटीक बैठता है। महज 29 साल की उम्र में इस पैरा एथलीट ने खेल के सबसे बड़े मंच पर गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतकर सिर्फ देश का नाम ही रोशन नहीं किया है, बल्कि समाज की उस सोच को भी बदला है, जिसमें दिव्यांग लोगों को असहाय की दृष्टि से देखा जाता है।

जूनियर मुक्केबाजी नेशनल चैंपियनशिप में सर्विसेज के लड़के और लड़कियों का 'गोल्डन' प्रदर्शन

IANS | June 27, 2025 12:46 PM

रोहतक, 27 जून (आईएएनएस)। सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) ने जूनियर (अंडर-17) लड़कों और लड़कियों की राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपना दबदबा कायम रखा और लड़कों और लड़कियों दोनों श्रेणियों में ओवरऑल चैंपियन बनकर उभरे।

जसपाल राणा: भारत का मशहूर निशानेबाज जिसने मनु भाकर को बनाया ओलंपिक मेडलिस्ट

IANS | June 27, 2025 9:30 AM

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। जसपाल राणा भारत के मशहूर निशानेबाज हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में यादगार प्रदर्शन करते हुए राणा ने देश में निशानेबाजी को लोकप्रिय बनाने में बड़ी भूमिका निभाई। इस खेल को अलविदा कहने के बाद वे बतौर कोच सक्रिय हैं।