रील वाली दुनिया में 'फील' नहीं, फोटो की फ्रेम से भी नहीं सज रही घरों की दीवारें
नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। तकनीक का विकास जिस तेजी से हो रहा है, उतनी तेजी से मानव के दिमाग का विकास भी हो यह संभव नहीं है। दिमाग के विकास की एक सतत प्रक्रिया है। लेकिन, आज के जमाने में तकनीकी विकास की अंधी दौड़ में शिशु कितनी तेजी से अपनी उम्र से ज्यादा मैच्योर हो जा रहे हैं। यह समझते-समझते देर हो चुकी होती है।