तनाव दूर करने का आसान तरीका भ्रामरी प्राणायाम, माइग्रेन से दिलाए राहत
नई दिल्ली, 24 जून (आईएएनएस)। अगर आप अपने दिमाग और शरीर को एक संतुलन में लाना चाहते हैं, तो प्राणायाम सबसे असरदार तरीका माना जाता है। खासतौर पर भ्रामरी प्राणायाम बहुत फायदेमंद होता है। भ्रामरी प्राणायाम का नाम भ्रामर शब्द से आया है, जिसका मतलब होता है भ्रमर यानि भंवरा। जब हम सांस छोड़ते हैं, तो जो आवाज निकलती है वो भंवरे के भिनभिनाने जैसी लगती है, इसलिए इस प्राणायाम को 'मधुमक्खी श्वास' भी कहा जा सकता है। इस दौरान आपके गले, चेहरे और जबड़ों में एक हल्का कंपन सा महसूस होता है, जो काफी सुकून देने वाला होता है। इसका अभ्यास रोजाना करने से मन शांत रहता है और मानसिक संतुलन बेहतर होता है।