सावन विशेष : अद्भुत, अविश्वसनीय, अकल्पनीय... दुर्गम चोटियों पर बसे 5 धाम, जहां साक्षात स्वरूप में विराजते हैं महादेव

IANS | August 4, 2025 5:15 PM

नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। देवों के देव महादेव को प्रिय सावन का महीना जारी है। देश-दुनिया के कुछ मंदिरों के अलावा ऐसी पवित्र जगह भी हैं, जहां महादेव अपने गण के साथ निवास करते हैं। इनमें से सबसे खास हैं ‘पंच कैलाश’। इन पांच शिखरों पर अध्यात्म, रहस्य और रोमांच एक-दूसरे से मिलते हैं। इनमें तिब्बत में कैलाश मानसरोवर, उत्तराखंड में आदि कैलाश, हिमाचल प्रदेश में मणि महेश, किन्नौर कैलाश और श्रीखंड महादेव हैं।

ब्रेस्ट फीडिंग वीक: स्तनपान कराती हैं तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान, स्वस्थ रहेगा शिशु

IANS | August 4, 2025 12:25 PM

नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। ब्रेस्ट फीडिंग वीक (1-7 अगस्त) जारी है। स्तनपान कराने वाली माताओं को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि उनका भोजन शिशु के स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है। कुछ खाद्य पदार्थ मां के लिए हानि रहित हो सकते हैं, लेकिन दूध के माध्यम से शिशु तक पहुंचने पर उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। भारत सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय इस बारे में जानकारी के साथ ही सलाह भी देता है।

'फ्रीडम टू फीड' में बोलीं नेहा धूपिया- 'बच्चे को दूध पिलाने के लिए नहीं होनी चाहिए शर्मिंदगी'

IANS | August 4, 2025 11:28 AM

मुंबई, 4 अगस्त (आईएएनएस)। ब्रेस्टफीडिंग वीक चल रहा है। इस मौके पर 'फ्रीडम टू फीड' से जुड़ी अभिनेत्री और मातृ अधिकारों की पैरोकार नेहा धूपिया ने ब्रेस्टफीडिंग और महिलाओं पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि किसी भी महिला को सिर्फ अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए शर्मिंदगी नहीं झेलनी चाहिए।

सावन पुत्रदा एकादशी : महादेव और नारायण की कृपा पाने का विशेष दिन

IANS | August 4, 2025 9:16 AM

नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। सावन पुत्रदा एकादशी का पावन व्रत 5 अगस्त को है। यह व्रत सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है, जो भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का विशेष दिन है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह व्रत संतान सुख, समृद्धि और पारिवारिक सौहार्द के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

शौर्य और संस्कृति के प्रतीक राणा उदयसिंह का ऐसा था जीवन

IANS | August 3, 2025 10:46 PM

नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय इतिहास के पन्नों को खंगाले तो अनगिनत ऐसे शूरवीर मिलेंगे, जिन्होंने भारत माता की आन-बान और शान को तो बरकरार रखा, साथ ही अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम भी उठाए। ऐसे ही एक शूरवीर थे राणा उदयसिंह, जिन्हें इतिहास में अपनी रणनीति और दूरदर्शिता के लिए जाना जाता है।

सावन विशेष : विज्ञान को चुनौती देता 11वीं शताब्दी में निर्मित महादेव का मंदिर, यहां है शिव की 'छाया'

IANS | August 3, 2025 5:54 PM

तेलंगाना, 3 अगस्त (आईएएनएस)। ‘विश्व के नाथ’ को समर्पित सावन का महीना जारी है। देश-दुनिया के हर शिवालय में ‘हर हर महादेव’ और ‘बोल बम’ की गूंज है। देश में प्रत्येक शिव मंदिर अपने आप में भक्ति और आश्चर्य के साथ एक कथा को समेटे हुए है। ऐसा ही एक शिवालय तेलंगाना के नलगोंडा जिले में स्थित है, जो न केवल भक्ति की गाथा को सुनाता है, बल्कि हैरत में भी डालता है।

क्या है 'विश्व के नाथ' की प्रतिदिन होने वाली ‘सप्त ऋषि' आरती, 750 वर्षों से चली आ रही परंपरा

IANS | August 3, 2025 3:19 PM

वाराणसी, 3 अगस्त (आईएएनएस)। धर्मनगरी, गंगानगरी कहें या शिवनगरी... देवाधिदेव महादेव को प्रिय सावन के महीने में उनकी नगरी एक अलग ही रंग में रंगी हुई है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर भक्ति और आध्यात्मिकता के रंग में डूबा हुआ है। हर शाम होने वाली ‘सप्त ऋषि आरती’ भक्तों के लिए एक अलौकिक अनुभव है, जिसका इतिहास 750 वर्षों से भी अधिक पुराना है।

ब्रेस्ट फीडिंग वीक : क्रैडल होल्ड से फुटबॉल होल्ड तक, ये हैं स्तनपान के 5 सही पोजीशन

IANS | August 3, 2025 1:09 PM

नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। स्तनपान की सही पोजीशन, मां और शिशु दोनों के लिए स्वस्थ बंधन की कुंजी और दोनों के लिए लाभकारी है। भारत सरकार का आयुष मंत्रालय और यूनिसेफ दोनों न केवल स्तनपान के लाभ बल्कि इसकी सही पोजीशन क्या है, यह भी बताता है।

भारतीय रंगमंच के ‘भीष्‍म पितामह’: जो मानते थे, यह केवल विधा नहीं, जीने का तरीका है

IANS | August 3, 2025 12:31 PM

नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय रंगमंच के ‘भीष्म पितामह’ कहे जाने वाले इब्राहिम अल्काजी की पुण्यतिथि 4 अगस्त को है। 18 अक्टूबर 1925 को पुणे में जन्मे अल्काजी ने भारतीय रंगमंच को न केवल एक नई पहचान दी, बल्कि इसे जीने का एक तरीका बनाया।

मानसिक हो या शारीरिक तनाव, छुट्टी करने का सरल और प्रभावी उपाय है 'ध्यान'

IANS | August 3, 2025 9:39 AM

नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। आधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनाव भरी दुनिया में ध्यान एक ऐसी प्राचीन विधि है, जो मन और शरीर को शांति, जागरूकता और आंतरिक जुड़ाव प्रदान करती है। आयुष मंत्रालय के अनुसार, “शोर से भरी दुनिया में, ध्यान मौन प्रदान करता है। यह केवल स्थिर बैठने से कहीं अधिक है। यह जागरूकता, शांति और गहरे आंतरिक जुड़ाव का अभ्यास है।