जयंती विशेष : भारतीय कला के अप्रतिम रंगों के जादूगर थे मकबूल फिदा हुसैन

IANS | September 16, 2025 10:03 PM

नई दिल्ली, 16 सितंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के पंढरपुर में जन्मे हुसैन ने अपनी अनूठी कला शैली से भारतीय चित्रकला को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी। उनकी कला भारतीय संस्कृति, इतिहास और आधुनिकता का अद्भुत संगम थीं, जो आज भी कला प्रेमियों को प्रेरित करती हैं।

पीएम मोदी की सफलता के पीछे छिपी है 'मां' की तपस्या और त्याग, जानें संघर्ष से शिखर तक की कहानी

IANS | September 16, 2025 8:45 PM

नई दिल्ली, 16 सितंबर (आईएएनएस)। एक 'मां' चाहती है कि उसका बेटा अच्छा और कामयाब इंसान बने। चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, वह अपने बच्चे की सफलता के लिए हर बाधा से जूझने को तैयार रहती है। पिछले कुछ दिनों में भारतीय राजनीति में 'मां' और 'बेटे' का ये बंधन भी खूब चर्चाओं में रहा। आलोचनाओं के बावजूद एक बेटे ने न केवल 'मां' की गरिमा को बरकरार रखा, बल्कि आलोचकों को भी आईना दिखाया। हम बात कर रहे हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की, जिनके लिए उनकी 'मां' हीराबेन ही सबकुछ थीं।

पितृ पक्ष विशेष : हरिद्वार के कुशावर्त घाट पर पितरों के श्राद्ध से खुलते हैं स्वर्ग के द्वार, धार्मिक ग्रंथों में छिपा रहस्य

IANS | September 16, 2025 1:38 PM

हरिद्वार, 16 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तराखंड स्थित हरिद्वार हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां सालभर देश और विदेश से श्रद्धालु गंगा स्नान, धार्मिक अनुष्ठान और विशेष रूप से पितृ कार्य करने के लिए आते हैं। धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि हरिद्वार में किए गए धार्मिक कर्मकांड से संपूर्ण फल की प्राप्ति होती है, जबकि पितृपक्ष के दौरान यहां किए गए श्राद्ध और तर्पण का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।

इंदिरा एकादशी : जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति, जानें शुभ मुहूर्त और उपाय

IANS | September 16, 2025 9:30 AM

नई दिल्ली, 16 सितंबर (आईएएनएस)। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की इंदिरा एकादशी इस बार बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य कन्या राशि और चंद्रमा कर्क राशि में विराजमान रहेंगे।

केसरबाई केरकर : सुरों की साधना से बनीं हिंदुस्तानी संगीत की अमर आवाज, जिनके मुरीद थे रवींद्रनाथ टैगोर

IANS | September 15, 2025 7:10 PM

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। हिंदुस्तानी संगीत में 'जयपुर घराना' अपनी खूबसूरत राग प्रस्तुति के लिए जाना जाता है, जिसमें स्वर और लय का तालमेल ऐसा होता है कि सुनने वाला भी इसकी गहराई में खो जाता है। इस शैली में मशहूर गायिका केसरबाई केरकर ने अपनी गायकी से सबको प्रभावित किया। 20वीं सदी की शुरुआत में उन्होंने देवदासी परंपरा छोड़कर एक सम्मानित कलाकार के रूप में नाम कमाया। उन्होंने 'जयपुर घराने' की कला को सरलता और सुंदरता के साथ पेश किया, जिसने उन्हें 'राग की रानी' (सुरश्री) बनाया।

पितृ पक्ष विशेष : काशी का रहस्यमयी कुंड, जहां श्राद्ध करने से पितरों के लिए खुल जाता है शिवलोक का रास्ता

IANS | September 15, 2025 1:46 PM

काशी, 15 सितंबर (आईएएनएस)। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी सनातन संस्कृति की आत्मा मानी जाती है। यहां के घाटों पर बहती गंगा केवल जल नहीं, बल्कि आस्था की धारा है। इन्हीं घाटों और तीर्थस्थलों में एक स्थान है, पिशाचमोचन कुंड, जिसे पितृ कार्यों के लिए अत्यंत पावन और शक्तिशाली माना जाता है।

आश्विन मास की दशमी तिथि पर मंगलवार को करें बजरंगबली की विशेष पूजा, पवनपुत्र करेंगे कल्याण

IANS | September 15, 2025 9:18 AM

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। आश्विन मास की दशमी तिथि मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन आडल और विडाल योग का निर्माण हो रहा है, जो धार्मिक कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।

स्वप्न शास्त्र : बार-बार सपने में दिख रहे सांप, जानिए क्या हैं इसके संकेत

IANS | September 14, 2025 12:30 PM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। सपनों में सांप का दिखना कई लोगों के लिए एक खास अनुभव होता है, जो कभी-कभी डरावना भी लग सकता है। हिंदू धर्म और प्राचीन स्वप्न शास्त्र में सांप को लेकर अलग-अलग तरह की मान्यताएं रही हैं। सांप का मतलब केवल डर या खतरे से नहीं होता, बल्कि इसके पीछे कई गहरे रहस्य और संकेत छिपे होते हैं।

अगर भूलने लगे हैं छोटी-छोटी बातें, तो रोजाना कुछ मिनट जरूर करें ये योगासन

IANS | September 14, 2025 11:23 AM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। आज ज्यादातर लोग अपनी कमजोर होती जा रही याददाश्त से जूझ रहे हैं। कभी-कभी हम छोटे-छोटे काम भी भूल जाते हैं, जैसे चश्मा कहां रखा है या किसी का जन्मदिन कब आता है। बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्गों तक यह समस्या आम हो गई है। बिगड़ती जीवनशैली, तनाव और मोबाइल-टीवी जैसी चीजों का ज्यादा इस्तेमाल हमारे दिमाग को कमजोर कर रहा है।

संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए माताएं करती हैं जितिया व्रत, जानें कथा और महत्व

IANS | September 14, 2025 9:41 AM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। हिंदू धर्म में जितिया व्रत को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। यह व्रत न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि मां और संतान के रिश्ते में समर्पण और तपस्या की भावना को भी दर्शाता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के कई हिस्सों में इसे ममता के सबसे बड़े प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इसे जीवित्पुत्रिका या जीउतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है।