इस दिन वामन और कल्कि द्वादशी का अद्भुत संयोग, जानें विशेष महत्व

IANS | September 3, 2025 9:12 AM

नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएएस)। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि (गुरुवार) को वामन जयंती और कल्कि द्वादशी दोनों हैं। इस दिन सूर्य सिंह राशि और चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। दृक पंचांग के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय दोपहर के 1 बजकर 55 मिनट से शुरू होकर 3 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: नवजात शिशुओं की देखभाल पर डॉ. राकेश ने मां के दूध, विटामिन डी और कुपोषण पर दी अहम सलाह

IANS | September 2, 2025 10:22 PM

नई दिल्ली, 2 सितंबर (आईएएनएस)। "राष्ट्रीय पोषण सप्ताह" (1 से 7 सितम्बर) के अवसर पर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में घर में नए शिशु के जन्म के साथ बढ़ने वाली जिम्मेदारियों को लेकर विशेषज्ञ लगातार जागरूकता फैला रहे हैं। दिल्ली एम्स के पूर्व रेसिडेंट और पीडियाट्रिशियन कंसल्टेंट डॉ. राकेश ने मंगलवार को आईएएनएस से विशेष बातचीत में नवजात शिशुओं की देखभाल को लेकर अहम सुझाव साझा किए। उन्होंने खासकर शुरुआती छह महीनों में शिशु के पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने पर जोर दिया।

सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का उत्कृष्ट उदाहरण है वडनगर आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजिम

IANS | September 2, 2025 6:37 PM

गांधीनगर, 2 सितंबर (आईएएनएस)। 2500 से अधिक वर्षों से निरंतर जीवंत वडनगर शहर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का अनमोल खजाना है। इस ऐतिहासिक शहर की समृद्ध विरासत के संरक्षण के लिए आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजियम-पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय का निर्माण किया गया है।

गुरुग्राम में भारी बारिश के बाद जलभराव, स्कूलों में ऑनलाइन क्लास और दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम लागू

IANS | September 2, 2025 11:26 AM

गुरुग्राम, 2 सितंबर (आईएएनएस)। साइबर सिटी गुरुग्राम में सोमवार को हुई भारी बारिश के बाद मंगलवार को जलभराव की समस्या देखने को मिली। भारी बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया, जिस कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

गुजरात में भारी बारिश का अनुमान, कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी

IANS | September 2, 2025 8:54 AM

अहमदाबाद, 2 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात में इस सप्ताह मानसून की तेज सक्रियता का नया दौर देखने को मिल सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य भर में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं।

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: डॉक्टरों ने कहा, स्वाद के बजाए स्वास्थ्य पर दें ज्यादा ध्यान

IANS | September 1, 2025 8:29 PM

नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। भारत में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2025 का आयोजन 1 से 7 सितंबर तक किया जा रहा है। इस वर्ष की थीम है- 'ईट राइट फॉर ए बेटर लाइफ' (बेहतर जीवन के लिए सही खानपान अपनाएं)। इसका उद्देश्य लोगों को संतुलित आहार, सही खानपान की आदतें अपनाने, कुपोषण रोकने और जीवनशैली संबंधी बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक करना है।

मंगलवार को करें हनुमान जी को प्रसन्न, इन उपायों से जीवन में आएगी सुख-समृद्धि

IANS | September 1, 2025 9:08 AM

नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मंगलवार का दिन और आडल योग का संयोग बन रहा है। इस दिन सूर्य सिंह राशि में रहेंगे और चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे।

13 वर्ष में संन्यास, 33 वर्ष में इतिहास: मुनि तरुण सागर का अद्वितीय जीवन

IANS | August 31, 2025 7:51 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। जब कभी समाज सुधार, आध्यात्मिक क्रांति और निडर वक्तृत्व की बात होती है, तो जैन धर्म की दिगंबर परंपरा के तेजस्वी संत मुनि तरुण सागर जी महाराज का नाम सबसे पहले लिया जाता है। 26 जून 1967 को मध्यप्रदेश के दमोह जिले के गहंची गांव में पवन कुमार जैन के रूप में जन्मे तरुण सागर ने मात्र 13 वर्ष की आयु में संन्यास की राह चुन ली। यही वह निर्णय था, जिसने आगे चलकर उन्हें न सिर्फ जैन समाज का, बल्कि संपूर्ण भारत का राष्ट्रसंत बना दिया।

व्यक्ति विशेष : रांची की गलियों में हिंदी और रामकथा के विलक्षण साधक फादर कामिल बुल्के की स्मृतियां आज भी जीवंत

IANS | August 31, 2025 6:55 PM

रांची, 31 अगस्त (आईएएनएस)। गौर वर्ण, लंबा कद, तेजस्वी मुखमंडल, सफेद लंबी दाढ़ी, चमकती आंखें और हाथ में किताब। 1980 के दशक तक रांची की गलियों और सड़कों पर पैदल या साइकिल से गुजरते इस संत-सदृश बुजुर्ग का दर्शन जिसे भी हुआ, उसकी स्मृति में वे आजीवन एक जीवंत छवि बन गए।

जन्मदिन विशेष : परदेस से देस के चांद को देखने वाले गंगा-जमुनी तहजीब के पैरोकार

IANS | August 31, 2025 4:09 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। राही मासूम रज़ा एक ऐसे साहित्यकार थे, जिन्होंने अपनी लेखनी से हिंदी और उर्दू साहित्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। राही ही परदेस में रहकर देस के चांद को याद करते हुए लिख सकते हैं, 'हम तो हैं परदेस में, देस में निकला होगा चांद।' उनकी रचनाएं भारतीय संस्कृति की गंगा-जमुनी तहजीब की सुगंध बिखेरती हैं, जो सामाजिक एकता और मानवीय संवेदनाओं को गहराई से दर्शाती हैं।