दादा भाई नौरोजी : भारत के पहले सपूत, जो ब्रिटिश संसद में पहुंचे और आजादी की नींव रखी
मुंबई, 29 जून (आईएएनएस)। देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में जिन महान नेताओं ने बौद्धिक और राजनीतिक चेतना का दीप जलाया, उनमें दादा भाई नौरोजी का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। वह आजादी की नींव रखने वाले उन विचारकों में से थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ तर्क, आंकड़े और आत्मसम्मान के साथ संघर्ष किया। 'भारत का वयोवृद्ध पुरुष' कहे जाने वाले नौरोजी का जीवन एक मिसाल है। उन्होंने शिक्षा से लेकर संसदीय राजनीति और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना तक, हर मोर्चे पर नेतृत्व किया।