रामवृक्ष बेनीपुरी: कलम से क्रांति की जलाई मशाल, साहित्य से समाज की बदली तस्वीर
नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। साहित्य समाज का दर्पण माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसने विश्व भर में कई क्रांति को जन्म दिया और उन्हें उनके लक्ष्य तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत के स्वाधीनता संग्राम में जहां एक ओर स्वतंत्रता सेनानी अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध लड़ रहे थे, वहीं दूसरी ओर समाचार पत्रों, साहित्यिक रचनाओं और पत्रिकाओं के माध्यम से ब्रिटिश शासन के विरुद्ध क्रांति की लहर उठ रही थी। ऐसे ही एक प्रख्यात हिंदी साहित्यकार थे।