परमवीर अरुण : बहादुरी ऐसी कि दुश्मन देश ने भी सराहा, पाकिस्तान के 10 पैटन टैंकों को किया तबाह
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय सेना के इतिहास में एक नाम सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल का है, जो मात्र 21 साल की उम्र में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देकर अमर हो गए। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बसंतर की लड़ाई में उनकी वीरता ने न केवल दुश्मन को करारी शिकस्त दी, बल्कि उन्हें भारत का सर्वोच्च युद्धकालीन सम्मान, परमवीर चक्र, दिलाया।