नींद बिना दवाई के आ जाए तो आपकी आधी फिक्र उड़नछू

IANS | September 10, 2024 2:43 PM

नई दिल्ली, 10 सितंबर (आईएएनएस)। बेफिक्र नींद स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। कैसे? तो बस हमारी अपनी चिकित्सा पद्धति के सहज सूत्रों का पालन कर। आयुर्वेद उपचार का नहीं जीवन को सही तरीके से जीने का नाम है। बस फिर क्या जीवन में कुछ खास सूत्रों को अपनाएं और निश्चिंत हो जाएं।

जयंती विशेष: असित हालदार रवीन्द्रनाथ टैगोर के 'नाती' जिनकी कूची ने रची कहानियां

IANS | September 10, 2024 11:36 AM

नई दिल्ली, 10 सितंबर, आईएएनएस। "तुम चित्रकार ही नहीं कवि भी हो यही कारण है कि तुम्हारी तूलिका से रस धारा बहती है, तुम्हारी चेतना ने मिट्टी में भी प्राण फूंक दिए हैं।'' गुरुवर रवीन्द्रनाथ टैगोर के यह शब्द उस रचनाकार के लिए हैं जिसने अपनी कूची के जरिए कहानियां रची। बीसवीं सदी का ऐसा कलाकार जिसे अंग्रेजों ने भी सम्मानित किया और जो गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर के रिश्ते में नाती लगते थे। नाम था असित के हालदार। जिनकी शैली जितनी सहज थी उतनी ही मानवीय संवेदनाओं को कुरेदने वाली भी।

जब कलम से निकले शब्द किन्नरों के दर्द से 'स्याह' हो पन्नों पर उभरे, साहित्य के सूरमा भी कराह उठे

IANS | September 10, 2024 8:28 AM

नई दिल्ली, 10 सितंबर(आईएएनएस)। समाज को साहित्य और साहित्य को समाज कैसे एक-दूसरे से जोड़ता है और कैसे एक-दूसरे के बीच यह सामंजस्य बिठाता है। यह साहित्यिक रचनाओं से साफ पता किया जा सकता है। समाज में समानता-असमानता, उतार-चढ़ाव, हानि-साभ, जीवन-मरण, अपना-पराया, स्त्री-पुरुष, अच्छा-बुरा सबके चित्रण का सबसे सशक्त जरिया अगर कुछ है तो वह साहित्य है। लेकिन साहित्य के शब्द इन दो विपरीतार्थक शब्दों के कोष से निकलकर किसी तीसरे शब्द के लिए कलम के जरिए पन्नों पर उतरते हैं तो उसका एक अलग ही मिशन होता है। ऐसा ही एक साहित्य रचा गया चित्रा मुद्गल की कलम से, कालजयी इस साहित्यिक रचना का नाम रखा गया 'पोस्ट बॉक्स नंबर-203 नाला सोपारा'।

अकबर इलाहाबादी : हिन्दुस्तानी ज़बान और तहज़ीब के दिलेर शायर

IANS | September 9, 2024 9:16 AM

नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। अकबर हुसैन, जो बाद में अकबर इलाहाबादी हो गए, उन्होंने अपनी शायरी में युवाओं की जिंदगी को बहुत ही खूबसूरती से बयां किया है। "छोड़ लिटरेचर को अपनी हिस्ट्री को भूल जा, शैख़-ओ-मस्जिद से तअल्लुक़ तर्क कर स्कूल जा, चार-दिन की ज़िंदगी है कोफ़्त से क्या फ़ायदा, खा डबल रोटी क्लर्की कर खुशी से फूल जा"। अकबर इलाहाबादी की यह शायरी आज के दौर में भी बहुत प्रासंगिक है।

सचिंद्र सान्याल: दो बार काला पानी की सजा काटी, आखिरी वक्त तक डरती रही अंग्रेजी हुकूमत

IANS | September 9, 2024 8:53 AM

नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। भारत की आजादी के संघर्ष में कई महापुरुषों को प्राणों की आहुति देनी पड़ी। कई ने अंग्रेजों को ऐसा सबक सिखाया कि उनकी वीरगाथा आज भी गौरव के साथ याद की जाती है। इनमें से एक नाम सचिंद्रनाथ सान्याल का है। सचिंद्रनाथ और अंग्रेजों के बीच 9 सितंबर 1915 को ओडिशा (तब उड़ीसा) के काप्टेवाड़ा में संघर्ष हुआ था। जिसने कई क्रांतिकारियों को संदेश देने का काम किया था।

अतुलनीय एएमयू : सात छात्रों से शुरुआत, आज दुनिया के बेस्ट यूनिवर्सिटी में शुमार

IANS | September 9, 2024 8:45 AM

नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। भारत के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में शामिल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लिए आज का दिन बेहद खास है। 9 सितंबर 1920 को अलीगढ़ का एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज 'अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय' में तब्दील कर दिया गया।

धारा के विपरीत चलने वाले राम जेठमलानी, विवादित रहे पर वकालत में जो किया वो नजीर

IANS | September 8, 2024 4:06 PM

नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। राम बूलचंद जेठमलानी एक ऐसी शख्सियत का नाम जो अपनी बेबाकी, बिंदास और बेलौस अंदाज के लिए पहचाना गया। जब इस दुनिया में थे तब भी और जब 8 सितंबर 2019 को चले गए तब भी। भारत के ऐसे कद्दावर वकील जिन्होंने केस ऐसे लड़े जिसे छूने से भी लोग गुरेज करते थे। बहुचर्चित नानावटी से लेकर इंदिरा गांधी के हत्यारों का केस या फिर हर्षद मेहता केस सबमें जेठमलानी ने अपनी दलीलों का लोहा मनवाया। एक रुपए की फीस से शुरू किया करियर कथित तौर पर करोड़ों तक पहुंचा।

विश्व साक्षरता दिवस : सनातन ने सबसे पहले जाना 'शिक्षा का मर्म', फिर दुनिया ने पहचाना

IANS | September 8, 2024 3:04 PM

नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। विद्या एक ऐसी पूंजी है, जो जितनी ज्यादा बांटी जाए, उतनी ही बढ़ती है। कहा भी जाता है, "विद्या ददाति विनयं, विनयाद याति पात्रताम्। पात्रत्वात् धनम् आप्नोति, धनाद धर्मं ततः सुखम्॥"

दाढ़ी रखना आम बात नहीं, जानें सितंबर महीने के पहले शनिवार से जुड़ा हुआ रोचक इतिहास

IANS | September 7, 2024 9:02 AM

नई दिल्ली, 7 सितंबर (आईएएनएस)। दाढ़ी रखना आज के दौर में युवाओं का शौक बन गया है। हर लड़के अपने बियर्ड (दाढ़ी) को लेकर काफी अपडेटेड हैं और नया नया ट्रेंड भी फॉलो करते हैं।

स्मृति शेष शरत : 'नेताजी' के 'द ग्रेट एस्केप' के सूत्रधार, नहीं रोक सके बंटवारा

IANS | September 6, 2024 8:17 AM

नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय इतिहास में कई ऐसे लोग हुए, जिनका जीवन हमारे लिए प्रेरणादायक रहा है। कई ऐसे नाम हैं, जो हर दिन गौरव के साथ लिए जाते हैं। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई ऐसे चेहरे सामने आए, जो आज भी हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन्हीं में से एक नाम है शरत चंद्र बोस। 6 सितंबर 1889 को पैदा हुए शरत जी स्वतंत्रता सेनानी और बैरिस्टर थे। वह 'नेताजी' सुभाष चंद्र बोस के बड़े भाई थे। आज उनकी जयंती है। इस कारण उनका जिक्र करना बेहद खास है।