मोतिहारी, 12 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) बिहार के मोतिहारी के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस योजना से लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल रहा है। योजना के लाभार्थियों ने अगस्त 2008 में शुरू की गई इस योजना के लिए सरकार का आभार जताया है। इसका मकसद छोटे-छोटे शहरों में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है।
मोतिहारी शहर के नकछेद टोला निवासी संजय कुमार दुकान चलाते थे और बाहर से बैग लाकर बेचते थे। इस बीच उन्हें इस योजना की जानकारी मिली। उन्होंने सेंट्रल बैंक से संपर्क किया, जिसने उन्हें पीएमईजीपी के तहत 10 लाख रुपए का लोन दिया। लोन से संजय ने बैग की फैक्ट्री ही लगा दी।
योजना का लाभ लेकर अब बाहर से बैग लाकर बेचने वाला खुद एक फैक्ट्री का मालिक बन गया है और अच्छी कमाई भी कर रहा है। संजय ने इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए बताया कि इस योजना के तहत उन्हें काफी लाभ मिला है। यह फैक्ट्री लगाकर वह अच्छी कमाई तो कर ही ले रहे हैं, साथ ही साथ लोगों को रोजगार भी दिया है।
कारीगर मोहम्मद आफताब ने बताया, "इस योजना ने हम जैसे गरीबों की जिंदगी बदल दी है। अब हम अपने राज्य बिहार में काम कर रहे हैं। पहले हमें रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ता था, जिससे जीवन में तरह-तरह की समस्याएं आती थीं।"
वहीं, योजना के लाभार्थी मोहम्मद कमर ने बताया, "हम पहले दिल्ली में काम करते थे। इस योजना की वजह से हमें अपने क्षेत्र में रोजगार मिल गया है। बाहर की जिंदगी बड़ी कठिन थी और अब परिवार के साथ रह रहा हूं। इसके लिए प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं।"
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) ऋण-लिंक्ड सब्सिडी योजना है। इसका उद्देश्य गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर पैदा करना है। यह योजना भारत सरकार द्वारा लागू की जाती है और इसका संचालन खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा किया जाता है।
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