सावन विशेष : धातु या पत्थर नहीं, ‘पीपल की लकड़ी’ समेत इन सामग्रियों से बने शिवलिंग के पूजन का है खास महत्व

IANS | July 1, 2025 4:42 PM

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। विश्व के नाथ का प्रिय माह सावन 11 जुलाई से शुरू होने वाला है। भगवान के दर्शन-पूजन की तैयारी जोरों पर हैं। शिवालय में बम भोले की गूंज सुनाई देगी। शिवलिंग की भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार पूजा-अर्चना करेंगे। अमूमन मंदिरों में पत्थर या धातु के शिवलिंग पूजे जाते हैं। हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि धातु या पत्थर ही नहीं, ‘पीपल की लकड़ी’, आंवला, मिश्री, सोंठ, मिर्च और फूलों से बने शिवलिंग की भी पूजा होती है।

गुरुवायुर के हाथियों को दी जा रही 31 दिवसीय चिकित्सा थेरेपी, दावा-होगा कायाकल्प

IANS | July 1, 2025 12:12 PM

गुरुवायुर, 1 जुलाई (आईएएनएस)। गुरुवायुर देवासम द्वारा संचालित श्री कृष्ण मंदिर के तहत हाथियों के लिए 31 दिवसीय कायाकल्प चिकित्सा (रिजूविनेशन थेरेपी) मंगलवार सुबह शुरू हुई।

द्वादश ज्योतिर्लिंग : दक्षिण के कैलाश पर स्थित मल्लिकार्जुन महादेव, जहां शिव और शक्ति विराजते हैं एक साथ

IANS | July 1, 2025 8:32 AM

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। दक्षिण का कैलाश कहा जाने वाले आन्ध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग। यहां शिव और शक्ति एक साथ विराजते हैं। माता पार्वती का नाम 'मल्लिका' है और भगवान शिव को 'अर्जुन' कहा जाता है। इस प्रकार सम्मिलित रूप यहां महादेव को श्रीमल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। वहीं इन्हें मल्लिकार्जुन यानी "फूलों का स्वामी" के नाम से भी जाना जाता है।

सावन विशेष : तीन पत्तियां ही नहीं, कई और तरह के होते हैं बेल पत्र, ‘सफेद’ का है खास महत्व

IANS | June 30, 2025 6:47 PM

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। भोलेनाथ को प्रिय सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू होने वाला है। उनके पूजन में बेल पत्र का खास महत्व है। महादेव की पूजा में अक्सर तीन पत्तियों वाले बेल पत्र को ही देखा जाता है। मगर कम ही लोग जानते हैं कि तीन ही नहीं, 6 और 21 पत्तियों वाले भी बिल्व पत्र होते हैं। शास्त्रों में इन पत्तियों का अलग-अलग महत्व है।

द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रथम सोमनाथ मंदिर, यहां कण-कण में केवल महादेव नहीं, भगवान कृष्ण का भी वास

IANS | June 30, 2025 6:15 PM

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। भारत के गुजरात के वेरावल के प्रभास पाटन में स्थित सोमनाथ बारह ज्योतिर्लिंगों में प्रथम ज्योतिर्लिंग है और ये स्वयंभू हैं। सोमनाथ केवल महादेव के ज्योतिर्लिंग के लिए ही मशहूर नहीं है, लेकिन यह वही स्थान है, जहां भगवान श्रीकृष्ण ने प्राण त्यागा था।

इस्कॉन के वरिष्ठ संत ने पुरी रथ यात्रा में भक्तों के भोजन की व्यवस्था में अदाणी समूह के सहयोग की सराहना की

IANS | June 30, 2025 6:13 PM

पुरी, 30 जून (आईएएनएस)। इस्कॉन से जुड़े वरिष्ठ संत दीन गोपाल दास ने रथ यात्रा के दौरान पुरी में आने वाले हजारों भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था करने में अदाणी समूह के उदार सहयोग की सराहना की।

पुरी रथ यात्रा के दौरान अदाणी और इस्कॉन की सेवा में नि:शुल्क बंटा श्रद्धा और स्वाद का प्रसाद

IANS | June 30, 2025 5:37 PM

पुरी, 30 जून (आईएएनएस) पुरी में पवित्र भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में भारत की आध्यात्मिक संस्कृति की पूर्ण छवि देखने को मिलती है, जिसमें देश और दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। लेकिन 2025 में भक्ति, सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी के एक शक्तिशाली संगम के साथ आस्था के इस भव्य उत्सव की गूंज और भी गहरी हो गई।

अलीगढ़ में कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोरों पर, घंटी-घुंघरू की बढ़ी मांग

IANS | June 30, 2025 2:06 PM

अलीगढ़, 30 जून (आईएएनएस)। सावन का पवित्र महीना नजदीक आते ही अलीगढ़ में कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं। इस दौरान भगवान शिव के भक्तों में घंटी और घुंघरू की खरीदारी का उत्साह चरम पर है।

मन की शुद्धि, आपसी प्रेम और भाईचारे के जरिए भगवान से जुड़ने का माध्यम हैं तीर्थयात्राएं: पीएम मोदी

IANS | June 29, 2025 11:09 AM

नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात के 123वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने तीर्थयात्रा का जिक्र किया और इन यात्राओं के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ये यात्राएं शरीर के अनुशासन का, मन की शुद्धि का, आपसी प्रेम और भाईचारे का प्रभु से जुड़ने का माध्यम हैं।

तीन ऐसे ज्योतिर्लिंग जिसको कई जगहों पर स्थित होने का किया जाता है दावा, जानें क्या है इसके पीछे की मान्यता

IANS | June 29, 2025 8:28 AM

नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)। शिव महापुराण में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग के बारे में वर्णन मिलता है। ज्योतिर्लिंग को सही मायने में ज्योति का प्रतीक या प्रकाश का प्रतीक कहा जाता है। यानी वह स्थान जहां की एनर्जी सबसे अलग, अद्भुत और अनोखी हो। द्वादश ज्योतिर्लिंग देश के अलग-अलग हिस्सों और अलग-अलग दिशाओं में स्थित हैं। इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन से पापों का नाश, मानसिक शांति, और मुक्ति की प्राप्ति होती है।