सावन विशेष: त्रिशूल, डमरू और नाग, जानें शिव के इन तीनों प्रतीकों की रहस्यमयी कथा

IANS | July 26, 2025 3:56 PM

नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)। सावन के महीने में चारों ओर भगवान शिव के नाम की गूंज सुनाई देती है। भक्त उन्हें भोलेनाथ भी कहते हैं, क्योंकि वे अपने भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। उनके दर पर जाकर कोई खाली नहीं लौटता, जो न राजा देखते हैं, न रंक, न बड़ा, न छोटा... बस देखते हैं तो सच्चा भाव। भगवान शिव का यही भोलापन उन्हें सबसे अलग बनाता है। वे जितने सरल हैं, उतने ही रहस्यमय भी। उनके गले में सांप है, सिर पर चंद्रमा, जटाओं में गंगा, एक हाथ में डमरू और दूसरे में त्रिशूल... हर किसी की अपनी एक कहानी है। उनके हर एक प्रतीक के पीछे कोई कथा है।

हरियाली तीज 2025: भगवान शंकर और मां पार्वती के पूजन से मिलता है अखंड सौभाग्य का वरदान

IANS | July 26, 2025 9:25 AM

नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)। श्रावण माह के शुक्‍ल पक्ष की तृतीया तिथि को तीज है। यह त्योहार माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। दृक पंचांग के अनुसार इस दिन अभिजीत मुहूर्त का समय दोपहर के 12 बजे से शुरू होकर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय दोपहर के 05 बजकर 33 मिनट से शुरू होकर शाम के 07 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।

कंजर्वेटिव रब्बियों के अंतर्राष्ट्रीय संघ की इजरायल से अपील, 'गाजा में जरूरतमंदों तक पहुंचने दे सहायता सामग्री'

IANS | July 26, 2025 8:48 AM

तेल अवीव, 26 जुलाई (आईएएनएस)। कंजर्वेटिव रब्बियों के अंतर्राष्ट्रीय संघ, रब्बिनिकल असेंबली (आरए) ने इजरायल से अपील की है कि वह गाजा में "जरूरतमंदों तक मानवीय सहायता सामग्री पहुंचाना सुनिश्चित करे।"

सावन विशेष: 800 साल पुराने इस मंदिर में ऐरावत ने की थी महादेव की पूजा, सीढ़ियों को छूने पर निकलते हैं मधुर स्वर

IANS | July 25, 2025 3:23 PM

कुंभकोणम, 25 जुलाई (आईएएनएस)। भोलेनाथ को समर्पित सावन का माह चल रहा है। शिवालयों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। भोलेनाथ का हर एक मंदिर भक्ति और चमत्कार की गाथा समेटे हुए है। ऐसा ही एक मंदिर तमिलनाडु, कुंभकोणम के पास दारासुरम में स्थित है, जिसका नाम ऐरावतेश्वर मंदिर है।

सावन का शनिवार: ऐसे करें 'सूर्यपुत्र' की पूजा, बरसाएंगे कृपा और मिलेगी सफलता

IANS | July 25, 2025 9:16 AM

नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि शनिवार को पड़ रही है। इस दिन आडल योग का निर्माण भी हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह अशुभ योग है, जिसमें शुभ कार्य वर्जित होते हैं। ऐसे में धर्मशास्त्रों में सूर्यपुत्र के पूजा की विधि बताई गई है, जिसके करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और कुप्रभाव खत्म होते हैं।

दक्षिण का काशी: वायु रूप में विराजमान शिवलिंग को पुजारी तक नहीं करते स्पर्श, चंद्र हो या सूर्यग्रहण हमेशा खुला रहता है कपाट

IANS | July 24, 2025 3:48 PM

चित्तूर, 24 जुलाई (आईएएनएस)। महादेव और उनके भक्तों को समर्पित सावन का पावन माह चल रहा है। देश भर में भोलेनाथ के ऐसे कई मंदिर हैं, जिनके दर्शन मात्र से भक्तों का कल्याण हो जाता है। रहस्यों और चमत्कार से भरा ऐसा ही एक मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है, जिसका नाम श्रीकालहस्ती मंदिर है। 'दक्षिण के काशी' में भोलेनाथ वायु रूप में विराजमान हैं, जिसका स्पर्श पुजारी तक नहीं करते हैं।

सावन माह का शुक्ल पक्ष : संतोषी माता और देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सर्वोत्तम दिन, ऐसे करें शुक्रवार व्रत

IANS | July 24, 2025 9:19 AM

नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)। श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की शुरुआत शुक्रवार से हो रही है। इस दिन सूर्य देव कर्क राशि में रहेंगे और चंद्रमा भी कर्क राशि में रहेंगे। यह संतोषी माता और देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने का सर्वोत्तम दिन है।

अमरनाथ यात्रा के 21 दिन: अब तक 3.42 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं बाबा बर्फानी का दर्शन

IANS | July 24, 2025 8:38 AM

श्रीनगर, 24 जुलाई (आईएएनएस)। इस साल अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई को शुरू हुई थी और अब तक 3.42 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि 3,500 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था गुरुवार को जम्मू से दो आधार शिविरों की ओर रवाना हुआ।

सावन शिवरात्रि पर शिवालयों में भक्तों का समागम, 'हर-हर महादेव' के जयकारों से गूंजे मंदिर

IANS | July 23, 2025 9:39 AM

नई दिल्ली, 23 जुलाई (आईएएनएस)। सावन शिवरात्रि पर बुधवार को शिवालयों में बड़ी संख्या में भक्तों का समागम हुआ है। देशभर के अलग-अलग प्रसिद्ध मंदिरों में भक्तों का तांता लगा है। सावन महीने में पड़ने वाली शिवरात्रि पर बाबा को जल अर्पित करने का विशेष महत्व माना जाता है। इस वजह से बड़ी संख्या में शिवभक्त मंदिरों में जलाभिषेक और विशेष पूजा-अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं।

सावन विशेष: 80 टन का शिखर और नींव नहीं, कई भूकंप बर्दाश्त कर चुका है 1 हजार वर्ष से भी पुराना यह शिव मंदिर

IANS | July 22, 2025 3:17 PM

तंजावुर, 22 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का पवित्र महीना चल रहा है, और देशभर के शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा है। तमिलनाडु के तंजावुर स्थित बृहदेश्वर मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है। 1000 वर्ष से भी पुराना यह मंदिर चोल वंश की भव्यता का प्रतीक है। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल इस मंदिर का 80 टन वजनी शिखर और भूकंप के झटकों को सहने की क्षमता हर किसी को हैरत में डालती है।