अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस: जब गांधी जी के आदर्शों के कारण, दुनिया ने गीता के श्लोक को आधा पढ़ना शुरू कर दिया
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। भगवत गीता का एक श्लोक है, “अहिंसा परमो धर्मः, धर्म हिंसा तथैव च” अर्थात् अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है और धर्म की रक्षा के लिए हिंसा करना भी उसी तरह श्रेष्ठ है। यह श्लोक “अहिंसा परमो धर्मः” तक तो हम सब जानते हैं, लेकिन उसके आगे बहुत से लोग नहीं जानते।