जब पीएम मोदी ने ‘गुरुजी’ के सिद्धांतों को आत्मसात करने के लिए हेडगेवार भवन में उन्हीं के कमरे में रहना चुना
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल होने के बाद देश और दुनिया की कई प्रमुख शख्सियतों से मुखातिब हुए। हालांकि उस दौर में गुरुजी कहे जाने वाले एमएस गोलवलकर से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन गुरुजी के जीवन के आदर्शों को आत्मसात करने के लिए उन्होंने अपने रहने के लिए हेडगेवार भवन के उसी कमरे को चुना था, जहां कभी गुरुजी रहते थे। 1979 में मोरबी बांध संकट के समय उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से देखा कि संघ के सिद्धांत वास्तविक दुनिया की सेवा में कैसे लागू किए जा सकते हैं।