'कहीं नहीं था वह शहर' के रचयिता वीरेन डंगवाल, जिन्होंने कलम से दिखाया समाज को आईना
नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)। 'कहीं नहीं था वह शहर, जहां मैं रहा कई बरस' यह कविता है हिंदी साहित्य के मशहूर कवि वीरेन डंगवाल की, जिन्होंने अपनी संवेदनशील और जनवादी कविताओं के माध्यम से सामान्य इंसान की जिंदगी, उसके संघर्ष और आशाओं को बखूबी उकेरा।