प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा, सहरसा को मिलेगी दो नई ट्रेनों की सौगात

IANS | September 14, 2025 9:51 PM

सहरसा, 14 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बिहार के पूर्णिया में हवाई अड्डे के उद्घाटन करने के साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसकी जानकारी समस्तीपुर मंडल के डीआरएम ज्योति प्रकाश मिश्रा ने दी।

'अब जंगल से लकड़ी लाने का झंझट खत्म', पीएम उज्जवला योजना से मिला मुफ्त गैस कनेक्शन

IANS | September 14, 2025 9:18 PM

डांग,14 सितंबर(आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू की गई पीएम उज्जवला योजना गुजरात के डांग जिले के झरण गांव में रहने वाली संजनाबेन के लिए वरदान साबित हुई है। इस योजना के तहत उन्हें मुफ्त गैस कनेक्शन मिला, जिसने उनकी जिंदगी को आसान बना दिया।

पीएम मोदी 17 सितंबर को 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान' और 8वें पोषण माह का करेंगे शुभारंभ

IANS | September 14, 2025 8:53 PM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को 8वें पोषण माह के साथ-साथ 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान' का शुभारंभ करेंगे, जो पूरे देश में महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवा और पोषण सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।

किशनगंज: लोगों ने कहा- पीएम मोदी ने सपना पूरा किया, अब नहीं छूटेगी ट्रेन

IANS | September 14, 2025 8:51 PM

किशनगंज, 14 सितंबर (आईएएनएस)। अररिया-ठाकुरगंज-गलगलिया रेल खंड के उद्घाटन के बाद किशनगंज जिले के पौआखाली के लोगों को अब ट्रेन पकड़ने के लिए किशनगंज या जलपाईगुड़ी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस 111 किलोमीटर लंबे रेल खंड के शुरू होने से स्थानीय स्तर पर रेल कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे पौआखाली और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को सीधे ट्रेन सेवाओं का लाभ मिलेगा। यह सीमांचल क्षेत्र के लिए एक बड़ा विकास कदम है, जो यात्रा को सुगम बनाएगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।

हिंदी दिवस सप्ताह: डिजिटल क्रांति ने हिंदी को दिया नया मंच, लेखक अब प्रकाशक पर निर्भर नहीं

IANS | September 14, 2025 8:42 PM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। इसके बाद, अगला एक सप्ताह 'हिंदी दिवस सप्ताह' के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य केवल सरकारी औपचारिकता निभाना नहीं, बल्कि हिंदी भाषा को नई ऊर्जा देना और इसके वैश्विक महत्व पर विचार करना है। आज जब दुनिया बहुभाषी संवाद और डिजिटल क्रांति की ओर बढ़ रही है, ऐसे में हिंदी की स्थिति, उसकी संभावनाएं और चुनौतियां गंभीर विमर्श का विषय हैं।

दृष्टिबाधित लोगों की मदद करेगा एआई चश्मा, गांधीनगर में छात्र ने कहा- दैनिक कार्य होंगे आसान

IANS | September 14, 2025 8:31 PM

गांधीनगर,14 सितंबर (आईएएनएस)। गुजरात के गांधीनगर में रविवार को आयोजित पांचवें अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस के अवसर पर एक सराहनीय पहल की। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने दृष्टिबाधित छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित स्पेशल चश्मे प्रदान किए।

15 सितंबर 1959 को दूरदर्शन की स्थापना, कृषि दर्शन से लेकर चित्रहार तक

IANS | September 14, 2025 8:08 PM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। आज के समय में इंसान के पास मनोरंजन के लिए अलग-अलग साधन हैं, लेकिन एक दौर ऐसा भी था, जब लोगों ने मोबाइल और नेटफ्लिक्स जैसी चीजों की कल्पना नहीं की थी। जब पहली बार दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी तो यह लोगों के लिए किसी सपने के जैसा था। देश में 15 सितंबर 1959 के दिन राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की स्थापना हुई थी। आइए 'दूरदर्शन' के बारे में जानते हैं।

बिहार : प्रधानमंत्री आवास योजना से बदल गई अशोक पासवान और निरषी देवी की जिंदगी, पक्‍के आशियाने का सपना पूरा

IANS | September 14, 2025 7:22 PM

वैशाली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए कई तरह की जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है। इन्हीं में से एक है प्रधानमंत्री आवास योजना। यह योजना उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो खुद का घर बनाने में सक्षम नहीं हैं और अपने आशियाने का सपना देखते हैं।

मध्‍य प्रदेश: पीएम आवास योजना से सिरखेड़ा के गरीब परिवारों के खिले चेहरे, पक्के मकान से सपना साकार

IANS | September 14, 2025 7:18 PM

नीमच, 14 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री आवास योजना से देशभर में कई लोगों को अपना छत मिला है। यह योजना देश के गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना ने गरीब परिवारों के आसियाने के सपनों को हकीकत में बदल दिया है।

अभियंता दिवस: आधुनिकता के रचनाकार, सपनों को हकीकत में बदलने वाले इंजीनियरों को सलाम

IANS | September 14, 2025 6:34 PM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। क्या आपने कभी सोचा है कि अगर इंजीनियर न होते तो हमारी जिंदगी कैसी होती? बिना इंजीनियर के न घर होते, न सड़कें, न पुल, न गाड़ियां, न मोबाइल, न इंटरनेट और न ही बिजली। हमें रोशनी के लिए अब भी दीपक और लकड़ी जलानी पड़ती, लंबी दूरी तय करने के लिए पैदल चलना पड़ता या बैलगाड़ी का सहारा लेना होता। डॉक्टरों के पास आधुनिक मशीनें न होतीं, तो कई बीमारियां आज भी लाइलाज रहतीं। बच्चों को पढ़ाने के लिए न कंप्यूटर होते, न ऑनलाइन क्लास, न स्मार्टफोन।