भारतीय बैंकों को ब्याज दर के प्रभाव का बेहतर आकलन करने की जरूरत : रिपोर्ट
नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस) । मुख्य बैंकिंग मानकों जैसे एडवांस, जमा और शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में 'रेपो रेट में बदलाव' सबसे विश्वसनीय प्रीडिक्टर है, जो ऋण गतिविधियों को प्रभावित करते हैं। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों को ब्याज दर के प्रभाव का बेहतर आकलन करने की आवश्यकता है।