चट्टानों से टपकती जिंदगी, पानी की बूंदों पर टिका है खुसरा गांव का वजूद
कटनी, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। पानी के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है, लेकिन सोचिए, अगर हर दिन की शुरुआत ही एक-एक बूंद पानी के लिए संघर्ष से हो, तो जिंदगी कैसी होगी? मध्य प्रदेश के कटनी जिले का एक गांव आज भी इसी दर्द को जी रहा है। चट्टानों से टपकती हर बूंद, हर सांस की कीमत चुकानी पड़ती है। यहां के लोग पीढ़ियों से खाई में उतर कर, मौत से जंग लड़ते हुए पानी इकट्ठा कर रहे हैं और हालात इतने खराब हैं कि लोग यहां अपनी बेटियों का ब्याह भी करने से कतराते हैं।