एंटीबायोटिक अवेयरनेस वीक : डॉ. मीरा पाठक से जानें कब जरूरी है एंटीबायोटिक, बिना डॉक्टर की सलाह के लेना नुकसानदायक

IANS | November 18, 2025 11:15 AM

नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 18 नवंबर से लेकर 24 नवंबर तक विश्व भर में एंटीबायोटिक अवयेरनेस वीक मनाया जा रहा है।

सऊदी अरब हादसे में मारे गए लोगों की पहचान कर पाना मुश्किल, ईरानी दूतावास ने जताया शोक

IANS | November 17, 2025 7:33 PM

नई दिल्ली/तेहरान, 17 नवंबर (आईएएनएस)। सऊदी अरब के मदीना में हुई बस दुर्घटना में भारतीय यात्रियों की मौत पर नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास ने सोमवार को दुख जाहिर किया।

जॉनस्टाउन फाइल्स: एक दिन में 900 जिंदगियां कुर्बान, 1978 की वह खामोशी जिसने दुनिया को दहला दिया

IANS | November 17, 2025 5:01 PM

नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। जॉनस्टाउन के सीने पर खुरच कर लिखी गई तारीख है 18 नवंबर 1978! सबसे भयावह दिन जब दक्षिण अमेरिका के छोटे से देश गुयाना के जंगलों में दुनिया से कटे एक कम्यून ने एक दर्दनाक दौर को अपने सामने से गुजरते देखा। धर्म, आस्था और नेतृत्व के नाम पर लोगों ने अंधविश्वास में अपनी हदें पार कर लीं।

जेजीयू ने भारत-जापान शैक्षणिक संबंधों का किया विस्तार, पांच नए अध्ययन कार्यक्रम लॉन्च

IANS | November 17, 2025 3:58 PM

सोनीपत, 17 नवंबर (आईएएनएस)। भारत और जापान के बीच शैक्षणिक सहयोग तथा छात्र गतिशीलता को नई दिशा देते हुए ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने सोमवार को ग्रीष्म 2026 के लिए जापान के प्रमुख विश्वविद्यालयों में पांच नए शॉर्ट-टर्म स्टडी अब्रॉड प्रोग्राम्स (एसटी-एसएपीएस) शुरू करने की घोषणा की। यह किसी भारतीय विश्वविद्यालय द्वारा जापान-केंद्रित अंतरराष्ट्रीयकरण की सबसे बड़ी पहलों में से एक है।

मानवता के विरुद्ध अपराध के मामले में आईसीटी ने पूर्व पीएम शेख हसीना को सुनाई मौत की सजा

IANS | November 17, 2025 2:44 PM

नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल (आईसीटी) ने पूर्व पीएम शेख हसीना को दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई है। कोर्ट ने सजा पर फैसला सुनाने के दौरान कहा था कि हसीना कठोरतम सजा की हकदार हैं।

आईसीटी ने मानवता के विरुद्ध अपराध मामले में शेख हसीना को ठहराया दोषी, कोर्ट ने अब तक क्या-क्या कहा?

IANS | November 17, 2025 2:13 PM

नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के मामले में फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध के मामले का दोषी ठहराया और कहा कि हसीना सबसे कठोर सजा की हकदार हैं। फिलहाल कोर्ट ने सजा का ऐलान नहीं किया है।

हसीना के खिलाफ आईसीटी में क्यों चल रहा मामला? जानें फैसले के बाद पूर्व पीएम के पास क्या होगा विकल्प?

IANS | November 17, 2025 1:22 PM

नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ दर्ज मामलों में इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल बांग्लादेश (आईसीटीबीडी) आज फैसला सुनाने वाली है। हसीना के खिलाफ कई आरोप हैं, जिसे लेकर आईसीटीबीडी में सुनवाई शुरू हो गई है। आइए जानते हैं कि आईसीटीबीडी क्या है और हसीना के मामले की सुनवाई क्यों कर रही है। इसके साथ ही हम ये भी जानेंगे कि आईसीटीबीडी में किन मामलों की सुनवाई होती है और शेख हसीना के पास आगे क्या विकल्प बचेगा।

बांग्लादेश : शेख हसीना पर फैसला आज, तनावपूर्ण हालात के बीच 'शूट एट साइट' का आदेश

IANS | November 17, 2025 10:37 AM

नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के मामले में आज इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल बांग्लादेश (आईसीटीबीडी) फैसला सुनाएगा। इस फैसले को लेकर बांग्लादेश में स्थिति तनावपूर्ण है, जिसको देखते हुए बांग्लादेश में शूट एट साइट का ऑर्डर दिया गया है।

आईएएनएस एक्सक्लूसिव : दक्षिण अफ्रीका और भारत के संबंध पर क्या बोले राजदूत अनिल सूकलाल?

IANS | November 16, 2025 7:29 PM

नई दिल्ली, 16 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त अनिल सूकलाल ने हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव की सराहना की। उन्होंने आईएएनएस के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच संबंधों की सराहना की। उन्होंने इसे लोकतंत्र को और मजबूत करने का एक तरीका बताया और कहा कि अफ्रीकी राष्ट्र भी इससे सीख लेते हैं।

जब सन्नाटे ने शासन बदला और चेकोस्लोवाकिया ने करवट ली, 'वेल्वेट क्रांति' ने सबको चौंका दिया

IANS | November 16, 2025 6:59 PM

नई दिल्ली, 16 नवंबर (आईएएनएस)। 1989 का साल पूर्वी यूरोप के लिए किसी जागरण से कम नहीं था। बर्लिन की दीवार गिर चुकी थी, सोवियत संघ की पकड़ ढीली पड़ रही थी, और लोगों के भीतर दशकों से दबा हुआ लोकतंत्र का सपना करवट ले रहा था। उसी दौर में, चेकोस्लोवाकिया में एक क्रांति हुई। लेकिन यह कोई सामान्य क्रांति नहीं थी। इसमें न बंदूक चली, न खून बहा। यह क्रांति थी मखमली-नरम, फिर भी इतनी प्रबल कि उसने पूरे शासन को बदल दिया।