जयंती विशेष : हिंदी साहित्य के पुरोधा हजारी प्रसाद द्विवेदी; विचार और शब्दों से रचा इतिहास
नई दिल्ली, 18 अगस्त (आईएएनएस)। हिंदी साहित्य और भारतीय संस्कृति का इतिहास जब भी लिखा जाएगा, उसमें हजारी प्रसाद द्विवेदी का नाम भी स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा। 19 अगस्त को जन्मे हजारी प्रसाद द्विवेदी केवल एक साहित्यकार ही नहीं थे, वे परंपरा और आधुनिकता के बीच सेतु बनाने वाले युगदृष्टा थे। यूपी के बलिया जिले के छोटे से गांव से निकलकर वे पूरे हिंदी संसार में अपने ज्ञान, लेखन और विचारधारा के कारण आदर्श बन गए।