श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती, प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि

IANS | July 6, 2025 10:19 AM

नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जन्म-जयंती पर श्रद्धांजलि दी है। 6 जुलाई 1901 को जन्मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक प्रमुख राष्ट्रवादी नेता और आजादी के बाद भारत की राजनीति के एक प्रमुख व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते हैं। भारत की एकता और अखंडता की दिशा में श्यामा प्रसाद मुखर्जी का विजन करोड़ों लोगों को प्रेरित करता है।

अमरनाथ यात्रा: अब तक 21,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन

IANS | July 6, 2025 10:12 AM

श्रीनगर, 6 जुलाई (आईएएनएस)। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पिछले तीन दिनों में करीब 48,000 श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की। रविवार को 7,208 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुआ।

'मौसी जी' की जयंती : एक ऐसी महिला, जिसने नारी शक्ति को दी उड़ान

IANS | July 5, 2025 2:33 PM

नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। ये कहानी है एक ऐसी महिला की, जिसने उस दौर में क्रांति की मशाल जलाई, जब समाज में महिलाएं सिर्फ घर की चारदीवारी तक सीमित थीं। लक्ष्मीबाई केलकर, जिन्हें प्यार से 'मौसी जी' कहा जाता है, ने अपने साहस, आत्मबल और राष्ट्रप्रेम से भारतीय नारियों को आत्मनिर्भरता और सेवा का नया रास्ता दिखाया। वह एक विचारधारा थीं जो आज भी जीवित है।

फैटी लिवर से डायबिटीज तक, कई मर्ज की एक दवा ‘भूमि आंवला’

IANS | July 5, 2025 11:44 AM

नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। भूमि आंवला, जिसे भुई आंवला भी कहते हैं, आयुर्वेद में एक चमत्कारी जड़ी-बूटी मानी जाती है। इसके पत्ते, तने और जड़ कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे गठिया, मधुमेह, लिवर और पाचन संबंधी रोगों के लिए फायदेमंद हैं। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि भूमि आंवला अपने औषधीय गुणों की वजह से शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत प्रभावी है।

रोज करें 'पद्मासन', इन समस्याओं से मिलेगी राहत

IANS | July 5, 2025 9:13 AM

नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। योग हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है और पद्मासन इसका एक महत्वपूर्ण आसन है। इसे 'कमलासन' भी कहते हैं, क्योंकि इसकी मुद्रा कमल के फूल जैसी दिखती है। नियमित रूप से पद्मासन करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।

हिंदी रंगमंच की शान है असगर वजाहत का नाटक ‘जिन लाहौर नइ वेख्या ओ जम्याइ नइ’

IANS | July 4, 2025 12:17 PM

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। जब भी भारत-पाकिस्तान विभाजन के दर्द और उसकी साहित्यिक अभिव्यक्ति की बात होती है, तो असगर वजाहत का नाम खुद ही जेहन में उभरता है। उनका नाटक ‘जिन लाहौर नइ वेख्या ओ जम्याइ नइ’ हिंदी रंगमंच का एक ऐसा मील का पत्थर है, जो 1947 के विभाजन की त्रासदी को न केवल गहरी संवेदनशीलता के साथ उकेरता है, बल्कि मानवता और सांप्रदायिक सौहार्द का एक शक्तिशाली संदेश भी देता है।

त्रिनिदाद एंड टोबैगो: प्रधानमंत्री कमला ने स्वागत भाषण में पढ़ी पीएम मोदी की कविता

IANS | July 4, 2025 10:32 AM

पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दूसरे चरण में त्रिनिदाद एंड टोबैगो पहुंचे। उन्होंने यहां त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर से मुलाकात की। वो पल खास रहा जब पीएम कमला ने पीएम मोदी की किताब ‘आंख आ धन्य छे’ में प्रकाशित एक कविता का उल्लेख किया।

स्वामी विवेकानंद की 123वीं पुण्यतिथि, पीएम मोदी ने किया नमन, बोले- उनके विचार हमारे लिए मार्गदर्शक

IANS | July 4, 2025 9:22 AM

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें नमन किया है। पीएम मोदी ने उनके विचारों को मार्गदर्शन करने वाला बताया।

सावन विशेष : महादेव को क्यों प्रिय है भांग, आक और धतूरा? ‘नीलकंठ’ से है कनेक्शन

IANS | July 3, 2025 6:56 PM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का महीना भगवान शिव और उनके भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। महादेव अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, चाहे वह इंसान हो, देवता या असुर। शिव को प्रसन्न करने के लिए न तो महंगी मिठाइयों की जरूरत है न ही जटिल पूजा विधि की। बेलपत्र, भांग, आक, धतूरा और एक लोटा जल ही उनके लिए काफी है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा कि भगवान शिव को भांग, आक और धतूरा क्यों प्रिय है?

रावणेश्वर ज्योतिर्लिंग जो मशहूर है 'कामना लिंग' के नाम से, जहां बाबा मंदिर के शिखर पर 'त्रिशूल' नहीं लगा है 'पंचशूल'

IANS | July 3, 2025 6:03 PM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। महादेव के द्वादश ज्योतिर्लिंग में से पांचवें नंबर पर आता है बाबा बैद्यनाथ धाम। जिसे रावणेश्वर ज्योतिर्लिंग या फिर कामना लिंग के नाम से भी जाना जाता है। यह द्वादश ज्योतिर्लिंग में अकेला ऐसा शिवलिंग है, जहां माता पार्वती और महादेव एक साथ विराजते हैं। कहते हैं यहां माता सती का हृदय भाग गिरा था। ऐसे में यहां दर्शन-पूजन से भक्तों को महादेव के साथ माता पार्वती का भी आशीर्वाद मिलता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसलिए इसे मनोकामना लिंग या कामना लिंग भी कहा जाता है।