'माइक्रोप्लास्टिक' बदल रहे हैं दिमाग और सेहत का नक्शा, कुछ छोटे उपायों से बदलाव संभव
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्लास्टिक पर्यावरण के लिए हानिकारक है और इसका जितना कम उपयोग किया जाए उतना अच्छा है। ऐसा हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि आज की तारीख में ये प्लास्टिक अलग-अलग माध्यमों से हमारे शरीर के विभिन्न अंगों में पैठ बना चुका है। अब इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो प्रकृति पर इतना विपरीत असर डालता है वो हमारी सेहत का क्या हश्र करता होगा।