मोती की तरह चमक उठेंगे दांत, आयुर्वेद से जानें कैसे रखें ख्याल
नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। शरीर के हर जरूरी हिस्से की तरह दांत भी शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो खूबसूरती को बढ़ाने के साथ-साथ पूरे शरीर को ऊर्जा देने का काम करते हैं।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। शरीर के हर जरूरी हिस्से की तरह दांत भी शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो खूबसूरती को बढ़ाने के साथ-साथ पूरे शरीर को ऊर्जा देने का काम करते हैं।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। बदलती जीवनशैली और तनाव भरी जिंदगी बीमारियों का कारण बन रही है। कम उम्र में ही स्किन और बालों से जुड़ी परेशानियां होने लगती हैं।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। कमर, गर्दन और कंधों के दर्द से आप परेशान हैं तो योग के पास इसका समाधान मार्जरी-बिटिलासन के रूप में है। यह आसन न केवल आसान है, बल्कि असरदार भी है।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। शरीर की इम्यूनिटी मजबूत रहे तो कोई भी समस्या छू नहीं पाएगी। वहीं, कमजोर इम्यूनिटी कई बीमारियों की वजह बन जाती है। हर घर में आसानी से मिल जाने वाले तुलसी के पौधे को आयुर्वेद किसी वरदान से कम नहीं बताता।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। काली जीरी को आयुर्वेद में पेट और कीड़ों की रामबाण औषधि कहा जाता है। इसके छोटे-छोटे काले बीजों में बड़ी शक्ति छिपी होती है। सही मात्रा और सही तरीके से इस्तेमाल करने पर काली जीरी एक प्राकृतिक औषधि के रूप में आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में बहुत मददगार साबित होती है।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। ठंड का मौसम अपने साथ कुछ समस्याओं को भी ले आता है। सर्दी-जुकाम, जोड़ों में दर्द, त्वचा का रूखापन और कमजोरी जैसी समस्याएं ठंड के मौसम में आम बात हैं। हालांकि, इन सबकी काट है घी-गुड़ का कॉम्बिनेशन।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। शारीरिक और मानसिक समस्याओं का समाधान योगासन में छिपा है। फिर बात सर्दियों में होने वाली तकलीफों की हो तो आसनों को इग्नोर नहीं किया जा सकता है। ऐसे ही एक आसन का नाम है अश्वसंचालनासन, जिसके अभ्यास से कई समस्याओं की छुट्टी की जा सकती है।
नई दिल्ली, 27 नवंबर(आईएएनएस)। समान कार्य के लिए समान वेतन, मातृत्व लाभ में वृद्धि, शिशु-गृह सुविधा और भर्ती में भेदभाव न करने जैसे प्रावधानों के जरिए नई श्रम संहिताओं ने महिलाओं को कार्यस्थल पर सशक्त बनाया है। यह बयान सरकार की ओर से गुरुवार को जारी किया गया।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। गला बैठना एक बहुत आम समस्या है, खासतौर पर सर्दी-जुकाम, साइनस या गले में सूखापन होने पर आवाज अचानक भारी या कमजोर हो जाती है। कभी-कभी गले में जलन, खुजली, खांसते समय दर्द या बलगम भी साथ में होता है। आमतौर पर यह परेशानी कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन अगर आवाज को आराम न दिया जाए या सही देखभाल न की जाए, तो गला लंबे समय तक बैठा रह सकता है।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में चाय सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि एक आदत, एक भावनात्मक जुड़ाव और रोजमर्रा की थकान मिटाने का जरिया है। यहां दिन की शुरुआत ही लोग चाय की प्याली के साथ करते हैं और कई लोग तो दिनभर में 4 से 5 बार चाय पीते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये आपकी सेहत पर कैसा असर डालती है?