हरिप्रसाद चौरसिया : 13 साल की उम्र में थामी बांसुरी, फिर तो एक-दूजे की पहचान बन गए साज और कलाकार
नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाले विश्वविख्यात बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया की कहानी शानदार और प्रेरणादायी है। अपनी जीवन और कला से उन्होंने यह साबित किया कि सच्चा जुनून और समर्पण असंभव को भी संभव बना सकता है। यदि बांसुरी ने उन्हें शोहरत दी तो उन्होंने बांसुरी को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक पेशेवर वाद्य यंत्र के रूप में स्थापित किया।