जस्टिस हेमा रिपोर्ट : मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के यौन शोषण पर केरल के विपक्षी दलों ने की पुलिस जांच की मांग

IANS | August 19, 2024 10:45 PM

तिरुवनंतपुरम, 19 अगस्त (आईएएनएस)। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाओं की स्थिति पर न्यायमूर्ति के. हेमा समिति की रिपोर्ट सामने आने के बाद केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन ने 2019 से इस रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में रखने के लिए पिनराई विजयन सरकार की आलोचना की है। पांच साल बाद आखिरकार सोमवार को जारी रिपोर्ट में फिल्म जगत में महिलाओं के यौन शोषण के बारे में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

जस्टिस हेमा समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'मलयालम फिल्म इंडस्ट्री पर माफिया का राज'

IANS | August 19, 2024 10:00 PM

तिरुवनंतपुरम, 19 अगस्त (आईएएनएस)। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की स्थिति पर न्यायमूर्ति के. हेमा समिति की रिपोर्ट सोमवार को जारी कर दी गई। इसमें कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुष-प्रधान इस उद्योग पर "माफिया" का राज है, जिसमें कुछ शीर्ष अभिनेता भी शामिल हैं, और महिला कलाकारों को बेहद कष्टकर परिस्थितियों में काम करना पड़ता है।

तानसेन के वंशज अब्दुल रशीद खान, जिनकी आवाज़ सुन बरसने लगते थे बादल

IANS | August 19, 2024 2:07 PM

नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। 'ये ज़मीं बनती गई, ये आसमां बनता गया, मैं एक कदम रखता गया और ये जहां बनता गया।' ऐसे ही अपने गीतों से लोगों को दीवाना बनाया शास्त्रीय गायक उस्ताद अब्दुल रशीद खान ने। गायिकी की दुनिया में उन्होंने लगभग 100 साल का सफर पूरा किया। खास बात ये है कि चलने-फिरने में तकलीफ होने के बावजूद भी उस्ताद अब्दुल रशीद खान सार्वजनिक प्रस्तुति देते रहे और रियाज में भी कोई कमी नहीं छोड़ी।

खय्याम : एक म्यूजिशियन, जिनके संगीत में था एक मैजिशियन का हुनर

IANS | August 19, 2024 9:00 AM

नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। फिल्म 'उमराव जान' के गाने 'दिल चीज़ क्या है, आप मेरी जान लीजिए' का अपना ही क्रेज़ है। नजाकत से भरी रेखा की अदाएं, शहरयार के रूमानी बोल और आशा भोसले की खनकती आवाज़ के आज भी करोड़ों फैंस हैं। इस गाने को इसका म्यूजिक कंप्लीट करता है, जिसके पीछे हैं... खय्याम। इस गीत का एक हिस्सा है, 'इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार, दीवारों-दर को गौर से पहचान लीजिए'... शायद, खय्याम भी दूसरी दुनिया से यही कह रहे हैं। हम बात कर रहे हैं मोहम्मद ज़हूर हाशमी की, जिनका तखल्लुस 'खय्याम' आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में बसता है।

52 के हुए रणवीर शौरी, बॉलीवुड का ये अंटररेटेड स्टार जो मजदूरी करने को भी तैयार

IANS | August 18, 2024 8:43 AM

मुंबई, 18 अगस्त (आईएएनएस)। बॉलीवुड एक्टर रणवीर शौरी आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। रणवीर शौरी ने बड़े संघर्षों और मेहनत से फिल्म उद्योग में अपनी जगह बनाई है। लेकिन ये भी मायानगरी की माया ही है कि आज 22 साल बाद वो मजदूरी करने को भी तैयार हैं।

मुसाफ़िर हूं यारों : शब्दों के जादूगर गुलज़ार, एक मैकेनिक जो बन गया महान गीतकार

IANS | August 17, 2024 1:56 PM

नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। 'दांत से रेशमी डोर कटती नहीं, दिल तो बच्चा है जी'... 90 साल की उम्र में भी ऐसी लाइन लिखने वाले गुलज़ार ही हो सकते हैं। जिनके हर गाने में रूमानी अहसास होता है। गुलज़ार को शब्दों का जादूगर भी कहा जाता है, जिनके लिखे गाने होठों के रास्ते न जाने कब दिल की गहराइयों में उतर जाते हैं, पता ही नहीं चल सकता।

पंडित जसराज : शास्त्रीय संगीत की एक ऐसी खनकती आवाज, जिसने अंटार्कटिका के दक्षिणी ध्रुव को भी जीवंत कर दिया था

IANS | August 17, 2024 11:08 AM

नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। माता सरस्वती ने जिनके गले को वीणा के सुरों से भी ज्यादा मिठास दी। जिनकी चार पीढ़ियां संगीत से जुड़ी रही। जिनको संगीत विरासत में मिला। जिन्होंने चार साल की उम्र में ही अपने पिता को खो दिया लेकिन संगीत साधना का रास्ता नहीं छोड़ा। ऐसे थे पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित पंडित जसराज।

निशिकांत कामत: एक ऐसा 'मदारी' जो अपने इशारों पर सिनेमा को नचाता था

IANS | August 17, 2024 8:20 AM

नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। 50 साल की उम्र में अपने चाहने वालों को अलविदा कहकर चला जाना, ये भी कोई जाना है। वो भी उसका जिसने दुनिया को 'मदारी' बनकर उसका 'दृश्यम' दिखाया! फिल्मों में जिसने अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी, निर्देशन के जरिए भी बड़े पर्दे पर वह किया जिससे टक्कर लेना शायद किसी के बूते की बात नहीं थी। लेकिन हाय रे, लिवर सिरोसिस जो उनकी जान ही लेकर गया। निशिकांत कामत यह नाम तो आपने सुना ही होगा। बॉलीवुड के एक ऐसे अभिनेता जिन्होंने फिल्म में खूंखार दिखने के लिए अपने सिर के बाल तक मुंडवा लिए थे।

नुसरत फ़तेह अली ख़ान : एक सूफी संत ने दी पिता को सलाह तो दुनिया को मिले 'जगत उस्ताद'

IANS | August 16, 2024 8:53 AM

नई दिल्ली, 16 अगस्त (आईएएनएस)। 'ये जो हल्का-हल्का सुरूर है'... जब 'जगत उस्ताद' नुसरत फ़तेह अली ख़ान ने इस कव्वाली को अपनी आवाज़ दी तो सुनने वाले रूहानी अहसास से सराबोर हो गए। आज भी नुसरत फ़तेह अली ख़ान की आवाज़ में इस कव्वाली को सुनने वाले कम नहीं हैं।

एल्विस प्रेस्ली : जिनका वक्त नहीं दौर था, बॉलीवुड ने भी खूब किया कॉपी

IANS | August 16, 2024 8:21 AM

नई दिल्ली, 16 अगस्त (आईएएनएस)। कुछ दिनों पहले एक फिल्म आई थी, नाम था 'अमर सिंह चमकीला'। दिलजीत दोसांझ स्टारर 'अमर सिंह चमकीला' पंजाब के एक सिंगर अमर सिंह चमकीला की जिंदगी पर आधारित थी। अमर सिंह चमकीला को 'क्रांतिकारी' गायक माना जाता था। दावा तो यहां तक किया जाता था कि अमर सिंह चमकीला खुद एल्विस प्रेस्ली से प्रेरित थे।