सुरों की 'मिश्रबानी' : संगीत की अद्भुत शैलियों के जनक, यूनेस्को तक से मिला सम्मान
नई दिल्ली, 16 जुलाई (आईएएनएस)। डॉ. लालमणि मिश्र भारतीय संगीत जगत के ऐसे मनीषी थे, जो अपनी कला के साथ ही अपनी विद्वता के लिए भी पहचाने जाते थे। तंत्री वाद्य के लिए निहित वादन शैली की रचना के लिए उन्हें 'मिश्रबानी' कहा गया। वहीं, यूनेस्को से 'म्यूजिक ऑफ लालमणि मिश्र' के शीर्षक से उनके विचित्र वीणा वादन का कॉम्पैक्ट डिस्क जारी किया जा चुका है।