खय्याम : एक म्यूजिशियन, जिनके संगीत में था एक मैजिशियन का हुनर
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। फिल्म 'उमराव जान' के गाने 'दिल चीज़ क्या है, आप मेरी जान लीजिए' का अपना ही क्रेज़ है। नजाकत से भरी रेखा की अदाएं, शहरयार के रूमानी बोल और आशा भोसले की खनकती आवाज़ के आज भी करोड़ों फैंस हैं। इस गाने को इसका म्यूजिक कंप्लीट करता है, जिसके पीछे हैं... खय्याम। इस गीत का एक हिस्सा है, 'इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार, दीवारों-दर को गौर से पहचान लीजिए'... शायद, खय्याम भी दूसरी दुनिया से यही कह रहे हैं। हम बात कर रहे हैं मोहम्मद ज़हूर हाशमी की, जिनका तखल्लुस 'खय्याम' आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में बसता है।