अलीगढ़ में कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोरों पर, घंटी-घुंघरू की बढ़ी मांग

IANS | June 30, 2025 2:06 PM

अलीगढ़, 30 जून (आईएएनएस)। सावन का पवित्र महीना नजदीक आते ही अलीगढ़ में कांवड़ यात्रा की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं। इस दौरान भगवान शिव के भक्तों में घंटी और घुंघरू की खरीदारी का उत्साह चरम पर है।

तीन ऐसे ज्योतिर्लिंग जिसको कई जगहों पर स्थित होने का किया जाता है दावा, जानें क्या है इसके पीछे की मान्यता

IANS | June 29, 2025 8:28 AM

नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)। शिव महापुराण में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग के बारे में वर्णन मिलता है। ज्योतिर्लिंग को सही मायने में ज्योति का प्रतीक या प्रकाश का प्रतीक कहा जाता है। यानी वह स्थान जहां की एनर्जी सबसे अलग, अद्भुत और अनोखी हो। द्वादश ज्योतिर्लिंग देश के अलग-अलग हिस्सों और अलग-अलग दिशाओं में स्थित हैं। इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन से पापों का नाश, मानसिक शांति, और मुक्ति की प्राप्ति होती है।

सावन विशेष : पूर्व या उत्तर, किस ओर होनी चाहिए शिवलिंग की पूजा के समय मुख?

IANS | June 28, 2025 5:08 PM

नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। भगवान शिव को समर्पित सावन का पवित्र महीना शुरू होने वाला है। इस दौरान भक्त शिवलिंग की पूजा-अर्चना का विशेष ध्यान रखते हैं। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग की पूजा करते समय भक्त का मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। यह न केवल शास्त्र सम्मत है, बल्कि पूजा को दोषमुक्त और फलदायी बनाने का भी एक महत्वपूर्ण नियम है।

पुरी में रथ यात्रा का दूसरा दिन: भगवान जगन्नाथ निकले मौसी के घर, भक्तों का उत्साह चरम पर

IANS | June 28, 2025 9:59 AM

पुरी, 28 जून (आईएएनएस)। विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नगरी पुरी में जगन्नाथ महोत्सव रथ यात्रा का दूसरा दिन है। ये रथ यात्रा अगले पड़ाव के लिए निकल चुकी है। शनिवार को भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के तीन रथों को खींचने का काम परंपरा के अनुसार आज सुबह 9:30 बजे फिर से शुरू हुआ।

12 ज्योतिर्लिंग में किसका किस राशि से है संबंध, जानें अपनी राशि के शिवलिंग के बारे में

IANS | June 28, 2025 8:38 AM

नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। शिव पुराण के 6 खण्ड और 24,000 श्लोक में भगवान शिव के महत्व को समझाया गया है। इसी शिव महा पुराण में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग के बारे में भी वर्णन मिलता है।

महाप्रभु हमारे लिए अराध्य भी हैं, प्रेरणा भी हैं, जगन्नाथ हैं, तो जीवन है: पीएम मोदी

IANS | June 27, 2025 9:38 AM

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शुरू होने पर बधाई दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए उन्होंने देशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य और समृद्धि की मंगलकामना की।

पुरी रथ यात्रा में अदाणी ग्रुप की भोजन सेवा को तीर्थयात्रियों ने सराहा, जमकर की तारीफ

IANS | June 27, 2025 12:02 AM

भुवनेश्वर, 27 जून (आईएएनएस)। प्रयागराज के महाकुंभ मेले में करोड़ों श्रद्धालुओं की सेवा के बाद अदाणी ग्रुप ने गुरुवार को घोषणा की कि वह ओडिशा के पुरी में आयोजित विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा में भी तीर्थयात्रियों की सेवा करेगा।

शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद क्यों नहीं करना चाहिए ग्रहण? जानें कारण

IANS | June 26, 2025 3:19 PM

नई दिल्ली, 26 जून (आईएएनएस)। भगवान भोलेनाथ को प्रिय मास सावन शुरू होने वाला है। हिंदू धर्म में भगवान शिव के पूजन का विशेष महत्व है। वैसे तो विश्व के नाथ जल और बेलपत्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं। हालांकि, भक्त सामर्थ्य के अनुसार कई चीजें शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। शिवलिंग पर जल, दूध, बेल पत्र, फल समेत अन्य पूजन सामग्री चढ़ाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। अकसर अपने बड़ों को आपने कहते सुना होगा कि शिवलिंग पर चढ़ाए गए प्रसाद को ग्रहण नहीं करना चाहिए। लेकिन, क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है? शिव पुराण में इस प्रश्न का उत्तर मिलता है।

कलयुग के राजा के कोप से बचना है तो भारत के इन मंदिरों का करें दर्शन, राहु- केतु और शनि देव की भी बरसेगी कृपा

IANS | June 17, 2025 9:12 AM

नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। कुंडली के नव ग्रहों में से जिसे कलयुग का राजा माना गया है, वह राहु है। राहु और केतु को छाया ग्रह की संज्ञा दी गई है। ऐसे में राहु और केतु अगर किसी की कुंडली में उच्च स्थिति में हों, तो वह अप्रत्याशित सफलता और लाभ प्रदान करते हैं और जातक को राजयोग जैसा सुख प्राप्त होता है। वहीं, अगर राहु खराब स्थिति में हो, तो वह इच्छाओं, भ्रम, डर, छल आदि से जातक का जीवन बर्बाद कर देता है।

आखिर ज्योतिष में ग्रहों के साथ नक्षत्रों को क्यों दिया जाता है इतना महत्व?

IANS | June 16, 2025 8:03 AM

नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। वैदिक ज्योतिष के अनुसार आकाश में तारों का जो समूह होता है, उसे नक्षत्र कहा जाता है। वहीं ज्योतिषीय गणना के लिए आकाश को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है।