14 साल की अथक मेहनत और लिख डाली उर्दू में रामायण, रचयिता विनय बाबू हैं मिसाल
बाराबंकी, 29 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के छोटे से गांव असगरनगर मजीठा के रहने वाले विनय बाबू ने एक अनोखा कारनामा कर दिखाया है। जूनियर हाईस्कूल तक पढ़े विनय बाबू ने उर्दू भाषा में रामायण का भावानुवाद कर एक मिसाल कायम की है। उन्हें उर्दू और शेरो-शायरी से इतना गहरा लगाव हो गया कि उन्होंने पूरे 14 साल का वक्त इस कार्य में लगा दिया।
 
					 
				 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
					 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                 
                