चार धाम में से एक द्वारका के पास ज्योतिर्लिंग रूप में विराजते हैं महादेव, नाग दोषों से मुक्ति का है यह केंद्र

IANS | July 5, 2025 8:26 AM

नई दिल्ली, 5 जुलाई (आईएएनएस)। शिवपुराण के अनुसार समुद्र के किनारे स्थित द्वारकापुरी के पास स्थित स्वयंभू शिवलिंग नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रमाणित है। इसको द्वादश ज्योतिर्लिंग में 10वां स्थान प्राप्त है। हालांकि इस ज्योतिर्लिंग के अतिरिक्त नागेश्वर नाम से तीन अन्य शिवलिंगों की भी चर्चा होती है। जिसमें महाराष्ट्र के हिंगोली जनपद में स्थित औंध नागनाथ मन्दिर, उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जनपद में स्थित जागेश्वर मन्दिर के साथ झारखंड के दुमका में स्थित बाबा बासुकीनाथ के मंदिर का भी नाम लिया जाता है। लेकिन, नागनाथ के नाम से प्रसिद्ध नागेश ज्योतिर्लिंग को शास्त्रों और पुराणों के अनुसार द्वारकापुरी के पास समुद्र के किनारे ही स्थित बताया गया है। क्योंकि द्वादश ज्योतिर्लिंग स्त्रोत के अनुसार यह ज्योतिर्लिंग दारुक वन में स्थित है और अभी गुजरात में जहां नागेश्वर ज्योतिर्लिंग है इस क्षेत्र को दारुक वन क्षेत्र के नाम से जाना जाता है।

सावन का पावन महीना! फिर भी शादियों पर क्यों है रोक? जानें इसकी धार्मिक वजह?

IANS | July 4, 2025 3:35 PM

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत ही खास माना जाता है क्योंकि यह भगवान शिव का प्रिय महीना होता है। इस महीने में भक्त बड़ी श्रद्धा से भोलेनाथ की पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं और उनसे खुशहाली की प्रार्थना करते हैं। कहा जाता है कि अगर सावन में भगवान शिव प्रसन्न हो जाएं तो हर मनोकामना पूरी हो जाती है। खासकर कुंवारी लड़कियां अपने मनपसंद वर की प्राप्ति के लिए सावन में भोलेनाथ की पूजा करती हैं, वहीं विवाहित महिलाएं अपने पति और परिवार की खुशहाली के लिए माता पार्वती और भगवान शिव की अराधना करती हैं।

त्रिनिदाद एंड टोबैगो: पीएम मोदी ने राम मंदिर की प्रतिकृति और सरयू का जल प्रधानमंत्री कमला को किया भेंट

IANS | July 4, 2025 10:43 AM

पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज के दौरान अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति, सरयू और प्रयागराज के महाकुंभ का पवित्र जल भेंट किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत और कैरिबियाई राष्ट्र के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्तों को उजागर किया।

त्रिनिदाद एंड टोबैगो: प्रधानमंत्री कमला ने स्वागत भाषण में पढ़ी पीएम मोदी की कविता

IANS | July 4, 2025 10:32 AM

पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दूसरे चरण में त्रिनिदाद एंड टोबैगो पहुंचे। उन्होंने यहां त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर से मुलाकात की। वो पल खास रहा जब पीएम कमला ने पीएम मोदी की किताब ‘आंख आ धन्य छे’ में प्रकाशित एक कविता का उल्लेख किया।

'रामायण' से 'महाकुंभ' तक... पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में किया इन बातों का जिक्र

IANS | July 4, 2025 9:38 AM

पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मोदी पांच देशों की यात्रा के दूसरे चरण के तहत त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया और भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के संबंधों पर बात की। साथ ही उन्होंने भगवान राम से लेकर महाकुंभ और त्रिनिदाद और टोबैगो की रामलीलाओं का भी जिक्र किया।

सावन विशेष : महादेव को क्यों प्रिय है भांग, आक और धतूरा? ‘नीलकंठ’ से है कनेक्शन

IANS | July 3, 2025 6:56 PM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। सावन का महीना भगवान शिव और उनके भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। महादेव अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, चाहे वह इंसान हो, देवता या असुर। शिव को प्रसन्न करने के लिए न तो महंगी मिठाइयों की जरूरत है न ही जटिल पूजा विधि की। बेलपत्र, भांग, आक, धतूरा और एक लोटा जल ही उनके लिए काफी है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा कि भगवान शिव को भांग, आक और धतूरा क्यों प्रिय है?

पुण्यतिथि विशेष: तिरंगा निर्माता पिंगली वेंकैया हैं राष्ट्र का मान, जिन्होंने भारत की पहचान को दिया रंग

IANS | July 3, 2025 1:29 PM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। 4 जुलाई को देश स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया को बड़े मान से याद करता है। ये वही महान शख्स थे, जिन्होंने भारत को 'तिरंगा' दिया। तीन रंगों वाले राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का डिजाइन तैयार करने वाले पिंगली वेंकैया की 4 जुलाई को पुण्यतिथि है।

सावन विशेष : तीन पत्तियां ही नहीं, कई और तरह के होते हैं बेल पत्र, ‘सफेद’ का है खास महत्व

IANS | June 30, 2025 6:47 PM

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। भोलेनाथ को प्रिय सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू होने वाला है। उनके पूजन में बेल पत्र का खास महत्व है। महादेव की पूजा में अक्सर तीन पत्तियों वाले बेल पत्र को ही देखा जाता है। मगर कम ही लोग जानते हैं कि तीन ही नहीं, 6 और 21 पत्तियों वाले भी बिल्व पत्र होते हैं। शास्त्रों में इन पत्तियों का अलग-अलग महत्व है।

हरिप्रसाद चौरसिया : 13 साल की उम्र में थामी बांसुरी, फिर तो एक-दूजे की पहचान बन गए साज और कलाकार

IANS | June 30, 2025 6:07 PM

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाले विश्वविख्यात बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया की कहानी शानदार और प्रेरणादायी है। अपनी जीवन और कला से उन्होंने यह साबित किया कि सच्चा जुनून और समर्पण असंभव को भी संभव बना सकता है। यदि बांसुरी ने उन्हें शोहरत दी तो उन्होंने बांसुरी को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक पेशेवर वाद्य यंत्र के रूप में स्थापित किया।

पुरी रथ यात्रा के दौरान अदाणी और इस्कॉन की सेवा में नि:शुल्क बंटा श्रद्धा और स्वाद का प्रसाद

IANS | June 30, 2025 5:37 PM

पुरी, 30 जून (आईएएनएस) पुरी में पवित्र भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में भारत की आध्यात्मिक संस्कृति की पूर्ण छवि देखने को मिलती है, जिसमें देश और दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। लेकिन 2025 में भक्ति, सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी के एक शक्तिशाली संगम के साथ आस्था के इस भव्य उत्सव की गूंज और भी गहरी हो गई।