चेन्नई, 27 जुलाई (आईएएनएस)। तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ऐतिहासिक गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में 'आदि तिरुवथिरई' समारोह में शामिल होंगे।
पीएम मोदी समारोह के दौरान सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम के सम्मान में एक स्मारक सिक्का भी जारी करेंगे, जो चोल राजा के दक्षिण-पूर्व एशियाई नौसैनिक अभियान की विरासत और मंदिर की सहस्राब्दी वर्षगांठ का जश्न है। ये भव्य सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कार्यक्रम सम्राट के समुद्री अभियान के 1,000 वर्ष पूरे होने पर आयोजित किया गया है।
उनकी यह यात्रा राज्य में एक महत्वपूर्ण दिन के बाद हो रही है, जिसमें 4,900 करोड़ रुपये की प्रमुख विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी के साथ एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक शामिल थी।
शनिवार शाम, मालदीव से तूतीकोरिन पहुंचने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने तूतीकोरिन हवाई अड्डे पर 452 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवनिर्मित टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र से संबंधित विद्युत पारेषण कार्य, प्रमुख रेलवे लाइनों का दोहरीकरण, मदुरै-बोदिनायक्कनूर रेलवे खंड का विद्युतीकरण और वी.ओ. चिदंबरनार बंदरगाह पर रसद सुधार सहित कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया।
इन कार्यक्रमों के बाद, प्रधानमंत्री मोदी तिरुचिरापल्ली पहुंचे और रात के लिए एक निजी स्टार होटल में ठहरे। बाद में, उन्होंने त्रिची हवाई अड्डे पर अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी के साथ एक बंद कमरे में बैठक की। 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले अन्नाद्रमुक द्वारा भाजपा के साथ अपने गठबंधन को नवीनीकृत करने के बाद से यह उनकी पहली औपचारिक बातचीत है।
तमिलनाडु में एनडीए के भीतर सत्ता-बंटवारे और सीटों के बंटवारे पर चल रहे विचार-विमर्श के बीच इस बैठक को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आज सुबह 11 बजे, प्रधानमंत्री त्रिची हवाई अड्डे जाते समय जनता का अभिवादन करेंगे। इसे लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। विशेष रूप से छावनी और भारतीदासन रोड जैसे प्रमुख स्थानों पर एक संक्षिप्त रोड शो के लिए लोहे के बैरिकेड लगाए गए हैं।
हवाई अड्डे से, प्रधानमंत्री मोदी हेलीकॉप्टर से गंगईकोंडा चोलपुरम जाएंगे। आगमन पर, तिरुवदुथुरै अधीनम के द्रष्टा उनका स्वागत पूर्ण कुंभम के साथ करेंगे। वाराणसी से लाए गए पवित्र गंगा जल से भगवान बृहदेश्वर का महाभिषेक किया जाएगा।
प्रधानमंत्री गर्भगृह में तीन मिनट मौन ध्यान में बिताएंगे। उम्मीद की जा रही है कि इसके बाद वो राज्य के पुरातत्व विभाग की ओर से आयोजित एक पुरातात्विक फोटो प्रदर्शनी में शामिल होंगे।
कार्यक्रम के सांस्कृतिक भाग में संगीत उस्ताद इलैयाराजा की ओर से एक विशेष सिम्फनी संगीत का आयोजन होगा, जिसमें प्रधानमंत्री के संक्षिप्त रूप से शामिल होने की उम्मीद है। दोपहर 1.45 बजे, वह गंगईकोंडा चोलपुरम से हेलीकॉप्टर से प्रस्थान करेंगे और दोपहर 2.25 बजे त्रिची हवाई अड्डे पर उतरेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का दोपहर 2.30 बजे दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है।
--आईएएनएस
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