मधुश्रावणी: पति की लंबी उम्र के लिए मिथिलांचल की नवविवाहिता करती हैं महादेव का पूजन, महिला पुरोहित करवाती हैं पूजा

IANS | July 15, 2025 8:52 AM

नई दिल्ली, 15 जुलाई (आईएएनएस)। महादेव की कृपा पाने का सबसे खास महीना श्रावण है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह महीना भोलेनाथ को बेहद प्यारा है। श्रावण के इस महीने में महादेव का जलाभिषेक हो या फिर सोमवार का व्रत, इसको बेहद खास माना गया है। ऐसे में इस सावन के महीने में महादेव की कृपा पाने के लिए शिवालयों में जहां एक तरफ भक्तों की भीड़ लगी रहती है, वहीं तपस्वी और साधु इस पूरे महीने पवित्र नदियों के किनारे वास कर हठयोग तक करते हैं। इस सबके बीच बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में इस महीने में नवविवाहिता अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए मधुश्रावणी का व्रत रखती हैं।

अबू धाबी का बीएपीएस हिन्दू मंदिर अध्यात्म और एकता का अद्भुत प्रतीक : सीएम मोहन यादव

IANS | July 14, 2025 3:32 PM

अबू धाबी, 14 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने विदेश दौरे के दौरान अबू धाबी स्थित भव्य बीएपीएस हिन्दू मंदिर का दर्शन कर एक विशेष आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किया। मंदिर की दिव्यता, सांस्कृतिक समरसता और सेवा के मूल्यों से प्रभावित होकर उन्होंने इसे भारतीय अध्यात्म, सांस्कृतिक एकता और सनातन मूल्यों का अद्भुत वैश्विक प्रतीक बताया।

नाथू ला मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा: तीर्थयात्रियों ने की व्यवस्थाओं की तारीफ

IANS | July 14, 2025 10:19 AM

गंगटोक, 14 जुलाई (आईएएनएस)। नाथू ला मार्ग से हो रही कैलाश मानसरोवर यात्रा की तीर्थयात्री और अधिकारी काफी तारीफ कर रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि यात्रा को सुगम बनाने की दिशा में तैयारियों में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती गई है।

पुराणों में वर्णित 'गुप्त काशी', जहां जौ भर भूमि और होती तो यहां काशी के नाथ विश्वनाथ विराजते

IANS | July 14, 2025 8:52 AM

नई दिल्ली, 14 जुलाई (आईएएनएस)। शिव के त्रिशूल पर बसी दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी। शिव की वह नगरी जिसे माता पार्वती के लिए शिव ने बसाया। वह नगरी जिसके बारे में शास्त्रों में भी वर्णित है कि जो आदि काल में भी थी और युग के अंत के बाद भी रहेगी। जिसे शिव और शक्ति ने अपने निवास के लिए चुना। वह नगरी जो पाप से मुक्ति और मोक्ष प्रदान करती है। वह नगरी जहां लोग जीवन के अंतिम पल में प्राण त्यागने आने की ख्वाहिश रखते हैं। काशी जिसे ब्रह्मांड का आध्यात्मिक केंद्र भी माना जाता है।

देवभूमि आ रहे सभी शिवभक्तों को शुभकामनाएं, कांवड़ यात्रा आध्यात्मिक ही नहीं अनुशासन का भी प्रतीक: सीएम धामी

IANS | July 13, 2025 1:14 PM

देहरादून, 13 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा 2025 के लिए देवभूमि उत्तराखंड में पधार रहे सभी शिवभक्तों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस पवित्र यात्रा के लिए अपनी शुभेच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान शिव की कृपा से यह यात्रा सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए।

श्रावण विशेष: महादेव करते हैं वो सब कुछ स्वीकार जो आपके लिए है वर्जित

IANS | July 13, 2025 9:48 AM

नई दिल्ली, 13 जुलाई (आईएएनएस)। देवादिदेव भोले शंकर को समर्पित श्रावण मास प्रतिपदा से आरंभ हो चुका है। औढरदानी को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई जतन करते हैं, लेकिन भगवान तो भाव के भूखे हैं, इसलिए जब भी इस दिन समय मिले, उन्हें सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाके खुश कर सकते हैं। अक्सर आपने देखा होगा कि शिवलिंग पर भगवान को दूध, दही, धतूरा, बेलपत्र जैसे पदार्थ अर्पित किए जाते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सोचा ऐसा क्यों होता है?

'करुणा के ईश्वर' के रूप में यहां विराजते हैं महादेव, संतान प्राप्ति के लिए लोग करते हैं इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन

IANS | July 13, 2025 8:40 AM

नई दिल्ली, 13 जुलाई (आईएएनएस)। बारह ज्योतिर्लिंगों में अंतिम ज्योतिर्लिंग घृष्णेश्वर महादेव महाराष्ट्र के संभाजीनगर में विराजते हैं। यह प्राचीन मंदिरों में से एक है। घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर भगवान शंकर को समर्पित है। भगवान शिव के करुणामय स्वरूप का प्रतीक यह मंदिर, जहां शिव को 'घृष्णेश्वर' या 'करुणा के ईश्वर' के नाम से जाना जाता है। ऐसे में मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं और इसके स्मरण मात्र से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है। यह मंदिर एलोरा की विश्वप्रसिद्ध गुफाओं के पास स्थित है।

'मराठा मिलिट्री लैंडस्केप' को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में स्थान: पीएम मोदी बोले 'हर भारतीय गदगद'

IANS | July 12, 2025 9:44 AM

मुंबई, 12 जुलाई (आईएएनएस)। भारत की सांस्कृतिक विरासत में यूनेस्को ने 'मराठा मिलिट्री लैंडस्केप' यानी 'मराठा सैन्य परिदृश्य' को अपनी विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है। इसमें मराठा साम्राज्य के 12 ऐतिहासिक किलों को शामिल किया गया है, जिनमें 11 महाराष्ट्र और 1 तमिलनाडु में स्थित हैं।

'भारत की धार्मिक राजधानी' जहां काशी के नाथ देवता 'विश्वनाथ' ब्रह्मांड के शासक के रूप में विराजते हैं

IANS | July 12, 2025 9:26 AM

नई दिल्ली, 12 जुलाई (आईएएनएस)। पवित्र नदी गंगा के पश्चिमी तट पर स्थित, और बारह ज्योतिर्लिंग में से एक देवों के देव महादेव जहां ज्योति स्वरूप में विराजते हैं। जिनके निवास स्थान को मोक्ष की नगरी के नाम से जाना जाता है। उस वाराणसी में विश्वनाथ या विश्वेश्वर के रूप में महादेव विराजमान हैं। उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक नगरी जिसकी हवाओं में शिव के प्राण रस बहते हैं। शिव और काल भैरव की यह नगरी अद्भुत है जिसे सप्तपुरियों में शामिल किया गया है।

सावन विशेष: काशी का शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर, जहां गंगा के वेग को बाबा विश्वनाथ ने त्रिशूल से रोका

IANS | July 11, 2025 12:52 PM

वाराणसी, 11 जुलाई (आईएएनएस)। शुक्रवार से सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म में सावन मास का खास महत्व है और हो भी क्यों न, ये विश्व के नाथ बाबा विश्वनाथ का सबसे प्रिय मास जो है। काशी के साथ ही देश भर के मंदिरों में भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो चुकी है। काशी में भी बाबा का एक ऐसा मंदिर है, जहां बाबा भक्तों के शूल को काटते हैं और दर्शन करने मात्र से कई मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यह मंदिर है, शूलटंकेश्वर महादेव का मंदिर।