चित्रकूट में जनकल्याण के लिए संत करेंगे कामदगिरि की परिक्रमा
भोपाल, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। राम ने अपने वनवास काल का ज्यादा समय चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के किनारे बिताया था। यही कारण है कि चित्रकूट तीर्थ है। सनातन धर्म में मान्यता है कि कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा करने से मनोकामना पूरी होती है।