रामलला प्राण प्रतिष्ठा के कारण 22 जनवरी के बाद अयोध्या आएं : चंपत राय

रामलला प्राण प्रतिष्ठा के कारण 22 जनवरी के बाद अयोध्या आएं : चंपत राय

अयोध्या, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। रामनगरी अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां तेज हो गईं हैं। इसी बीच श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी बयान में कहा कि हम नहीं जानते अयोध्या में 22 जनवरी को 25 हजार लोग आयेंगे या 25 लाख, लेकिन हमारा निवेदन यही है कि 22 जनवरी के बाद अयोध्या आएं।

चंपत राय ने कहा कि 22 जनवरी को अपने स्थान पर आनंद मनाइये, भजन कीर्तन कीजिए, मिठाई बांटिए, त्योहार मनाइये। देश के करोड़ों घरों के दरवाजे दीपक से प्रकाशित करें। हम समाज को ये सूचित कर रहे हैं 22 जनवरी के बाद अयोध्या आइये।

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए मेहमानों को आमंत्रण भेजने का क्रम तेज कर दिया गया है। इसी क्रम में ट्रस्ट की ओर से मंदिर आंदोलन में जान गंवाने वाले कारसेवकों के परिजनों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। 1990 के गोलीकांड में मारे गए शरद व रामकुमार कोठारी की बहन पूर्णिमा कोठारी रविवार को अयोध्या पहुंचीं।

उन्होंने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात की। रामलला के दर्शन भी किए। जानकारों ने बताया कि 'न भूतो न भविष्यति' की तर्ज पर अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाया जाएगा। 18 जनवरी से प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान की शुरुआत हो जाएगाी। विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की विधि का आरंभ गणेश, अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन से होगा।

काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास, काशी विद्वत परिषद समेत काशी के संतों को आमंत्रण भेजा गया है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए 15 जनवरी से काशी से रवानगी शुरू हो जाएगी।

--आईएएनएस

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