मुसाफ़िर हूं यारों : शब्दों के जादूगर गुलज़ार, एक मैकेनिक जो बन गया महान गीतकार
नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)। 'दांत से रेशमी डोर कटती नहीं, दिल तो बच्चा है जी'... 90 साल की उम्र में भी ऐसी लाइन लिखने वाले गुलज़ार ही हो सकते हैं। जिनके हर गाने में रूमानी अहसास होता है। गुलज़ार को शब्दों का जादूगर भी कहा जाता है, जिनके लिखे गाने होठों के रास्ते न जाने कब दिल की गहराइयों में उतर जाते हैं, पता ही नहीं चल सकता।