'मधुशाला' के बच्चन: किराए का घर और 'उस पार जाने' को व्याकुल नर, जो कुछ कर न सका...
नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। हिंदी कविता में हरिवंश राय 'बच्चन' के एटीट्यूड और फिलॉसफी का हर कोई कायल है। उन्होंने कविता से संवेदनाओं के साथ ही जिंदगी की सच्चाई से दुनिया को रूबरू कराया। उनका परिचय इतना ही है, ''मिट्टी का तन, मस्ती का मन, क्षणभर जीवन मेरा परिचय।''