जीरो से हीरो बने इस एक्टर का कैसे लाचारी पर आकर खत्म हुआ जीवन
नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। ‘’कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता, कहीं ज़मीं तो कहीं आसमां नहीं मिलता, बुझा सका है भला कौन वक़्त के शोले, ये ऐसी आग है जिसमें धुआँ नहीं मिलता।‘’ यह लाइन पंजाबी इंडस्ट्री के सुपरस्टार सतीश कौल पर बिल्कुल सटीक बैठती है।